पुलिस के अनुसार हावड़ा में राम नवमी के स्थलों पर दो छाया के बीच संघर्ष हुआ। इस दौरान इस इलाके में कई तस्वीरें लगीं और दुकानों में करोड़ों की संख्या लगी। जिले के काजीपाड़ा क्षेत्र में और उसके आसपास शुक्रवार को स्थिति कार्य और नियंत्रण में हो रही है।
पश्चिम बंगाल में क्यों खास है हिंदुओं के त्योहारों में कर्ज की व्यवस्था? यह प्रश्न इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि हावड़ा शहर में काजीपाडा इलाके के आसपास रामनवमी की शोभायात्रा निकालने के दौरान दो झूलों के बीच झूले लगे हैं। इस झड़प के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी तेज हो गई है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने पश्चिम बंगाल के सीवीसी आनंद बोस से बात की और हावड़ा में हुई हिंसा की स्थिति का जायजा लिया। अमित शाह ने हावड़ा हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी फोन किया और पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
इस बीच, यह भी खबर है कि पश्चिम बंगाल के संबंधित नेता शुभेंदु अधिकारियों ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में हावड़ा और डालखोला में हिंसा की घटनाओं के संबंध में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें एनआईए ने जांच की है और ऐसे क्षेत्रों में केंद्रीय राज्यों के लोग शामिल हैं की मांग की गई है। वर्किंग कॉमरेड ने जनहित याचिका दायर करने की अनुमति दी और उसे 3 अप्रैल को सूची के शीर्ष पर चित्रित करने का निर्देश दिया। शिकायत करने के बाद शुभेंदु अधिकारियों ने कहा कि यहां पहले शांति और अमन बहाल करने का हमारा अनुरोध है। पुलिस कुछ काम नहीं कर रही है। हर साल हिंदू भी उन्हें खत्म कर देते थे। काजीपाड़ा क्षेत्र में सभी हिंदुओं को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पुलिस के सामने सभी संपत्ति खत्म हो रही है।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने दावा किया है कि राम नवमी के दिन हावड़ा में हुई हिंसा के लिए भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठन जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, ” हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुस्लिम। बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ भाजपा विरोध के साथ हुई इस हिंसा में थी।’ वेबसाइट ने कहा, ”हावड़ा में बृहस्पतिवार को हुई हिंसा की स्थिति में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” प्रशासन के एक वर्ग में शिथिलता का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हम आपको बताते हैं कि पुलिस के मुताबिक हावड़ा में राम नवमी के स्पॉट पर दो टैग के बीच संघर्ष हो गया। इस दौरान इस इलाके में कई तस्वीरें लगीं और दुकानों में करोड़ों की संख्या लगी। जिले के काजीपाड़ा क्षेत्र में और उसके आसपास शुक्रवार को स्थिति कार्य और नियंत्रण में हो रही है। इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल स्थापित किया गया है। हावड़ा शहर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काजीपाडा के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों में रात भर तलाशी अभियान चलाया गया और प्राधिकरण की ओर गया। उन्होंने बताया कि वीडियो फुटेज के जरिए धुंधला करने के लिए लोगों की पहचान की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि घटना तब हुई, जब शोभायात्रा काजीपाड़ा इलाके से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों और ऑटो-अपठित की गई, जबकि कुछ ठोस समेत कई कारों में आग लग गई। आग से बचने के लिए दमकल के चार गाडियों का इस्तेमाल किया गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया।
इसी बीच बीजेपी ने राज्य सरकार पर एकता पर हमला बोल दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारियों ने झूठ को निराधार बताते हुए कहा है कि हिंसा के लिए उत्तर प्रदेश और राज्य प्रशासन जिम्मेदार हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ आजीविका कांग्रेस पर साधते हुए कहा है कि बंगाल को इस्लामिक स्टेट बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल हावड़ा नहीं पूरे बंगाल में दहशत का माहौल बन गया था। गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी जो भाषण दे रही थी वो देश को शर्मसार करने वाला है। गिरिराज सिंह ने कहा कि यह तुष्टिकरण की हद है। जिस समय उनके बयान आए उसके बाद ही आगजनी की खबरें शुरू हुईं। उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी ने इस्लामिक स्टेट जैसा माहौल बना दिया है। वहीं भाजपा के हर सांसद नाथ यादव ने भी बंगाल में हुई घटना की निंदा की है।