दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ पूरा उत्तर भारत ठंड की चपेट में है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी स्कूलों को 1 जनवरी से 8 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। बता दें कि ये दोनों इलाके काफी खुले में आ रहे हैं जिसे देखते हुए यह फैसला किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 31 दिसंबर के बाद से ठंड और भी ज्यादा बढ़ोतरी होगी, वहीं 2 जनवरी तक काफी घना कोहरा छाया रहेगा।
इन जगहों पर छाए घने जंगल कोहरे
इसके साथ ही मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी लेकिन उसके बाद इसमें 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। वहीं पंजाब के कुछ हिस्सों में शीत लहर की संभावना है और एक और दो जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छाया रहेगा।
6.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया
सफदरजंग वेदशाला में बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस और सोमवार को पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। धर्मशाला में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सैलियन, 7 डिग्री सेलियन और नैनीताल में 7.2 डिग्री सेलियन था, जबकि दिल्ली में ये न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेलियन था। मौसम वैज्ञानिकों ने दिन के तापमान में गिरावट के लिए क्षेत्र की अनुमति से जोखिम वाले उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं और कोहरे के मौसम के कारण कम धूप की वजह को जिम्मेदार ठहराया है।
‘स्काईमेट वेदर’ के मौसम विज्ञान एवं जीव विज्ञान परिवर्तन संबंधी विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-26 दिसंबर को ग्लोब में फिर से पहुंच गई, जिसके बाद उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं अब जमीनी इलाके में बह रही हैं। विभाग के अनुसार, ‘ठंडा दिन’ तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियन या उससे कम और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया जाता है। अधिकतम तापमान के सामान्य से 6.5 डिग्री या उससे अधिक कम होने पर उसे ‘बेहद ठंड का दिन’ माना जाता है। पलावत ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत में शीतलहर की स्थिति बुधवार से ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में आ जाएगी। हालांकि यह कुछ ही दिनों में जीने की संभावना से राहत देता है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के बाद न्यूनतम तापमान फिर गिरेगा।
26 दिसंबर को दिल्ली में तापमान 10 डिग्री से भी कम
दिल्ली में सोमवार को ‘बेहद कोल्डिंग डे’ था, क्योंकि अधिकतम तापमान कुछ जगहों पर सामान्य से 10 डिग्री कम दर्ज किया गया था। सफदरजंग वेदशाला में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 15.6 डिग्री सेलियन रहा है। यह 17 दिसंबर 2020 से दिसंबर के बाद से सबसे कम तापमान दर्ज किया गया था। वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान से तीन डिग्री कम 17.2 डिग्री इसलायन दर्ज किया गया। बुधवार को इसके 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास और बृहस्पतिवार को 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।