पीएम मोदी ने अपने शपथ पत्र में कहा कि समझौता महर्षि वशिष्ठ का पावन धरती है। परिश्रम और साधना, तप और त्याग की धरती है। एक खिलाड़ी के लिए उसका खेल भी एक साधना और तपस्या है जिसमें वो अपने आप को तपाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सांसद खेल महाकुंभ 2022-2023 के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्य के नाम योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं। पीएम मोदी ने अपने शपथ पत्र में कहा कि समझौता महर्षि वशिष्ठ का पावन धरती है। परिश्रम और साधना, तप और त्याग की धरती है। एक खिलाड़ी के लिए उसका खेल भी एक साधना और तपस्या है जिसमें वो अपने आप को तपाता है। सफल खिलाड़ी का उद्देश्य भी नाम होता है। तब जाकर वह एक के बाद एक नए माध्यम पर विजय और सिद्धि प्राप्त करता है। मुझे बताया गया है कि भारत के करीब-करीब 200 सांसदों ने अपने यहां इसी तरह की एमपी खेल प्रतियोगिता आयोजित की है जिसमें हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया है। सांसद खेल महाकुंभ में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को भारतीय गेम अथॉरिटी के प्रशिक्षण केंद्र पर आगे के प्रशिक्षण के लिए चुना जा रहा है।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने अपने खाते में कहा कि पिछले 8 सालों में पूरे देश और पूरी दुनिया ने एक नए भारत को दर्शन दिया है। दुनिया के सामने हर क्षेत्र में भारत ने अपनी शक्तियों का अनापत्ति प्रमाणपत्र लगाया है। आज दुनिया भी मानती है कि इस नए प्रक्षेप में भारत अब दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता झलकती है। सांसद खेल कूद महाकुंभ के माध्यम से ग्रामीण प्रतिभाओं का आगे बढ़ने का अवसर मिला और उन्हें एक मंच मिला। राज्य के 58,000 ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान बनाने की कार्रवाई चल रही है, जिनमें से 34,000 ग्राम पंचायतों में अब तक खेल मैदान के लिए भूमि आवंटन की जा चुकी है। कोई भी ख़िलाड़ी ओलम्पिक, एशियाई, राष्ट्रमंडल या विश्व चैंपियनशिप में मेडल लाता है तो उन्हें प्रदेश सरकार प्रचार करती है। ओलम्पिक में गोल्ड मेडल पर 6, सिल्वर मेडल पर 3, और ब्रॉन्ज मेडल पर 1 करोड़ रुपए की साहित्यता राशि और टैलेंट करने वालों को 10 लाख रुपए मिलते हैं।
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