विदेश मंत्री ने कहा कि इन देनदारियों को पूरा नहीं किया गया। इस पर हमारी ब्रिटिश सरकार से बातचीत हुई है। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग में रेटिंग के बाद भारतीय मिशनों की सुरक्षा के बारे में एस जयशंकर से सवाल किया गया था।
भारत में कट्टर खालिस्तानी अमृत समर्थक सिंह को लेकर एक्शन जारी है। अमृत पाल सिंह को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, अभी भी वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वहीं अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विदेशों में कट्टर खालिस्तानी समर्थक भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर रविवार को प्रदर्शन करने की कोशिश हुई। साथ ही साथ भारतीय तिरंगा को पाने की भी कोशिश की गई। इसी को लेकर अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है। दूतावास या उच्चायोग के परिसर का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए राजनयिक सुरक्षा प्राधिकरण देश की देयता है।
इसके साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि इन दायित्वों को पूरा नहीं किया गया। इस पर हमारी ब्रिटिश सरकार से बातचीत हुई है। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग में रेटिंग के बाद भारतीय मिशनों की सुरक्षा के बारे में एस जयशंकर से सवाल किया गया था। बैंगलोर में भाजयुमो युवा संवाद कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कई देशों की अपनी सुरक्षा के बारे में अलग राय है और दूसरे लोगों की सुरक्षा के बारे में अलग राय है। हम इस अंतर की स्थिति को स्वीकार नहीं करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि लंदन और सैन फ्रांसिस्को में कम से कम लंदन और सैन फ्रांसिस्को में हमने हरबरीता के मामले को उजागर किया है। आपने इस संबंध में हमारे द्वारा दिए गए बयानों को भी देखा होगा।
अरिंदम बागची ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि होस्ट सरकारें इसमें सभी लोगों की पहचान करें और उन पर मुकदमा चलाने के लिए कार्रवाई संबंधी दस्तावेज और ऐसी घटनाओं की पुनर्संरचना को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई भी लागू करें। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार हमारे मिशनों और वहां काम करने वाले कर्मियों को पूर्ण और पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने वाली घोषणाएं करेगी। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि हम सिर्फ क्षति में नहीं समाते हैं, मुझे लगता है कि हम कार्रवाई देखेंगे।