मतस की आड़ में अपने ही ड्राइवर के साथ कुकर्म के प्रयास के झूठे दावों में पूर्व दजार्जी मंत्री विनोद आर्य को पुलिस ने करीब 19 घंटे अपनी मांगों और पूछताछ की। इस दौरान कई सवालों का जवाब दिया और पुलिस ने आर्य का घर आदि भी खंगाला। लेकिन पीडित चालक के CRPC 164 के बयान होने के बाद पुलिस विनोद आर्य को उनके घर के सुपुर्दगी में दे आई। हालांकि, पुलिस का कहना है कि गुरुवार को 164 के बयानों की समीक्षा की जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उसी घर पहुंचने के बाद विनोद आर्य ने घटना के बारे में बात की।
मुझ पर लगाए गए सारे आरोप गलत
खाता विक्रेता हत्याकांड के मुख्य इलाके पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य देर शाम अपने घर पहुंच गए। पूर्व भाजपा नेता ने बताया कि उन पर सभी आरोप बेबुनियाद लगे हैं। मेरी पुलिस ने पूछताछ की और मेरे घर भी आई थी। पुलिस ने अपनी जांच सही तरीके से की और मुझे घर भेज दिया। उन्होंने कहा कि चालक ने जो आरोप लगाए वो गलत हैं। मैं किसी भी जांच को तैयार हूं। उन्होंने बताया कि ड्राइवर 21 नवंबर को पौड़ी से खुद ही चला गया था। जिसकी शिकायत मैंने पौड़ी पुलिस को दी थी।
बयानों की समीक्षा के बाद की जाएगी कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक पीडित चालक के जमा दर्ज करने के बाद उसे कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने 164 के जमा दर्ज किए गए। विनोद आर्य को उनके परिजन की सुपुर्दगी में दिया गया है। गुरुवार को 164 के बयानों की कॉपी लेकर समीक्षा की जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।