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राजस्थान पीएफआई मामला : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़े 2 लोगों के खिलाफ दायरा दायरा है। एक अधिकारी ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी। मोहम्मद आसिफ अरी अशिफ और सद्दाक सर्राफ को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया। किसके खिलाफ यह आकारिक रूप से जुड़ा हुआ है। आसिफ कोटा का रहने वाला है जबकि सद्दाक बारन जिले का रहने वाला है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि ये दोनों भारतीय दंड संहिता के विभिन्न खण्डों के अलावा यूएपीए के तहत विशेष न्यायालय में आरोप माने गए हैं।
पिछले साल 19 सितंबर को एनआईए मुख्यालय में मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद फ़ेडरल एजेंसी द्वारा यह पहला चार्ट आकार से दायर किया गया है। इस मामले में आसिफ और सर्राफ के अलावा एक और पीएफआई सदस्य मोहम्मद सोहेल को भी गिरफ्तार किया गया था। सोहेल बनाने वाला रहने वाला था। अधिकारियों ने कहा कि आपराधिक साजिश की जांच के लिए मामले दर्ज किए गए थे। इसमें कहा गया था कि यह साजिश PFI के इन दोनों कैडर्स ने रची थी और उनका मकसद था कि भारत में विभिन्न संप्रदायों के बीच द्वेष फैलाओ। वो मुस्लिम युवकों को फुसलाकर उन्हें हथियार और गोला-डायमैट चलाने की ट्रेनिंग देकर विभिन्न समुदायों में द्वेष फैलाना चाहते थे। इसके अलावा वो गतिविधियां और हिंसा फैलाने के लिए फंड भी शामिल थे।
आसिफ और सर्राफ पीएफआई सदस्यों को शिक्षा देते थे जो हिंसा करने के लिए मुस्लिम युवकों की भर्ती करते थे। मुस्लिम युवकों को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश यह दोनों करते थे। इसके अलावा वो हथियार और विस्फोटक चलाने की ट्रेनिंग देने के लिए कैंप भी दौड़ रहे थे। वो पीएफआई के सदस्यों को हथियार उठाने और हिंसा फैलाने के लिए फंड देने के लिए कहते थे। अधिकारियों ने कहा कि जांच-पड़ताल में पता चला है कि देश में इस्लामिक शासन स्थापित करने की मंशा रखते थे और यह लोग विभिन्न धर्म संबंधित के बीच नफरत फैलाने को लेकर सक्रिय रहते थे।



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