छत्तीसगढ़

अमरकंटक में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने हाथों से कांवड़ियों को परोसा भोजन, 18 हजार श्रद्धालु हुए लाभान्वित

मृत्युंजय आश्रम में सावन की भक्ति और सेवा का संगम — शिवभक्तों की सेवा ही सच्ची शिव आराधना: विजय शर्मा

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | सावन मास की पुण्यधारा में डूबा अमरकंटक इन दिनों भक्ति, सेवा और सहयोग का तीर्थ बन गया है। मध्यप्रदेश की सुरम्य घाटियों में स्थित मृत्युंजय आश्रम में आज एक अनोखा और भावनात्मक दृश्य तब देखने को मिला, जब छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने स्वयं हज़ारों कांवड़ यात्रियों को अपने हाथों से भोजन और प्रसाद परोसा

श्रद्धालुओं से आत्मीय संवाद, गूंजे “हर हर महादेव” के जयकारे

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने श्रद्धालुओं से आत्मीयता के साथ संवाद करते हुए उनकी कुशलक्षेम पूछी और “हर हर महादेव” तथा “बोल बम” के गगनभेदी जयघोषों के साथ सभी का स्वागत किया। इस दौरान श्रद्धालुओं के चेहरों पर भक्ति, संतोष और कृतज्ञता की अद्भुत छवि दिखाई दी।

उन्होंने कहा,

शिवभक्तों की सेवा ही सच्ची शिव आराधना है। सावन केवल धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह आस्था, तप और सेवा का संगम है। मेरा प्रयास है कि हर कांवड़ यात्री श्रद्धा, सुविधा और सुरक्षा के साथ अपनी यात्रा पूर्ण कर सके।”

18,000 से अधिक कांवड़ यात्री हुए लाभान्वित

मृत्युंजय आश्रम में उपमुख्यमंत्री  शर्मा की पहल पर संचालित निःशुल्क सेवा केंद्र अब तक 85 बोल बम समितियों के 18,000 से अधिक शिवभक्तों को लाभ पहुँचा चुका है। सेवा केंद्र में चाय-नाश्ता, दोपहर एवं रात्रि का सात्विक भोजन, स्वच्छ जल, विश्राम स्थल, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा की उत्तम व्यवस्था की गई है। यह सेवा 6 अगस्त तक लगातार जारी रहेगी।

आज दो हज़ार से अधिक भक्तों ने पाया भोजन-प्रसाद

शनिवार को 2,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। जिला बोल बम समन्वय समिति द्वारा संचालित इस सेवा कार्य में अनिल ठाकुर, दाउवा गुप्ता, मंजीत बैरागी, निशांत झा, सुधीर केशरवानी, रामसिंह ठाकुर समेत कई कार्यकर्ता पूरी निष्ठा और समर्पण से जुटे हुए हैं।

प्रदेशभर में प्रेरणा बना सेवा-संकल्प

इस अवसर पर कबीरधाम जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, जिला पंचायत सदस्य  वीरेंद्र साहू, गोपाल साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। सभी ने कांवड़ियों की सेवा में सक्रिय भागीदारी निभाई। उपमुख्यमंत्री ने बोल बम समितियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए।

श्रद्धालुओं ने कहा कि मृत्युंजय आश्रम अब केवल विश्राम का स्थल नहीं, बल्कि शिवभक्ति, मानवता और सेवा का प्रतीक बन गया है। घाटियाँ “हर हर नर्मदे” और “बोल बम” के जयकारों से गूंज रही हैं, और अमरकंटक इस सावन में सामूहिक साधना और सेवा का अनूठा संगम बन गया है।

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page