पाकिस्तान: पाकिस्तान अर्थव्यवस्था संकट आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने नसीहत दी है और बताया है कि वह अपनी आर्थिक स्थिति को कैसे सुधार सकता है। आई जिम्मे ने कहा है कि पाकिस्तान को सबसे पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में ज्यादा कमाई करने वाले अमीर लोगों के समय पर टैक्स का भुगतान करें और सब्सिडी को केवल वही मिले। मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने यह नसीहत देते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान को अगर गरीबी दूर कर रही है और वह एक बेहतर देश के रूप में काम करना चाहता है, तो उसे ऐसा करना जरूरी है।
मैं मैक्सिम क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने जर्मनी में शुक्रवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के रिकॉर्ड पर डॉयचे वेले के साथ एक साक्षात्कार में कहीं ये बातें कीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सीमाओं और आर्थिक तंगी की ऐसी ”खतरनाक स्थिति” से बचने के लिए अब सीधा उठाने की जरूरत है, जहां उसे फिर से बड़ा कर्ज लेने की जरूरत है।
सब्सिडी बस को ही मिले
समाचार पत्र डॉन के अनुसार मैंने रिपोर्ट प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा, ”आईएमएफ पाकिस्तान के गरीब लोगों को बचाना चाहता है, लेकिन अमीरों को सब्सिडी का लाभ नहीं देना चाहिए। गरीबों को मिलनी चाहिए।” उन्होंने कहा, ”हम जो मांग रहे हैं, वो पाकिस्तान को एक देश के रूप में काम करने में सक्षम बनाने के लिए जरूरी हैं। उसे ऐसी खतरनाक स्थिति में जाने से बचना चाहिए, जहां कर्ज की भरपाई की जरूरत पड़े।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ये भी देखना चाहिए कि जो लोग सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में अच्छा पैसा कमा रहे हैं, उन्हें उद्योग में योगदान देना चाहिए ।
आईजी मेजर ने कहा, ‘मेरा दिल पाकिस्तान के लोगों के साथ है। वे देश की एक शाखा से प्रभावित होने वाली बाढ़ से जुड़ गए हैं। आई एक्सएमएलए प्रमुख का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के बीच 1.1 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए कर्मचारी स्तर पर अबतक कोई सहमति नहीं बन पाई है। बता दें कि पाकिस्तान को दिवालियापन होने से बचाने के लिए यह पैकेज अनिवार्य है।
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