विद्युत जामवाल की IB71 की इस टेलीकॉम की शुरुआत होती है, एक योजना से, जिसे IB एजेंट इलेक्ट्रिक जामवाल उड़ा रहे हैं और वो साझा होने वाला है। अंदर बैठे सभी लोग डरे-सहमे नजर आते हैं। कोई उन्हें सलाह दे रहा है कि लैंडिंग को अबॉर्ट कर दें, क्योंकि प्लेनिंग हो जाएगी। इसके बाद अगला सीन आता है, जिसमें बर्फीली वादियां दिखाई देती हैं। 1865 में पाकिस्तान हमसे दो जंग हारने के बाद 1971 में बड़ी तैयारी (रावलपिंडी में) कर रहा था। और हम अन्ना थे। फिर हैरान परेशान अनुपम खेर नजर आ रहे हैं और वो कह रहे हैं, ‘मतलब वो पूरी तैयारी करके बैठे हैं और हम तो बिल्कुल लाली नहीं हैं।’
सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म का दमदार टेली
उदर पाकिस्तान की तरफ बात होती है कि ‘रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदुस्तान इस हैसियत में नहीं कि हमसे मुकाबला कर सकता है।’ लेकिन दुर्भाग्य भारत में अंदर ही अंदर इस हमले की तैयारी की खबर आ चुकी है। इलेक्ट्रिक जामवाल को पता चलता है कि 10 दिन बाद देश पर हमला होने वाला है। पता चलता है कि चाइना भी उनके साथ है। यानी हिंदुस्तान पर दोतरफा हमला।’बिजलीये सुझाव देते हैं कि एयरस्पेस ब्लॉक करके चीन और पाकिस्तान को पूर्व में रोका जा सकता है। अब शुरू होता है इस जंग को रोकने का मिशन।
देश को बचाने के लिए टॉप सीक्रेट मिशन पर इलेक्ट्रिक जामवाल
इस फिल्म के जरिए इस अद्भुत सच्ची कहानी के साक्षी बने, जिसने हमें 1971 के भारत-पाक युद्ध में जीत दिलाई। ये मिशन 50 साल तक छिपा रहा। इस एक्शन फिल्म से इलेक्ट्रिक ने जजेस प्रोड्यूसर की भी शुरुआत की है। ये फिल्म 12 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।