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बागेश्वर धाम वाले धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री पिछले कुछ महीनों से दिशानिर्देश में हैं। अपने चमत्कारों और बयानों को लेकर धीरे-धीरे चंद्र शास्त्र की भयावहता दिन-दिन बढ़ती जा रही है। बाबा बागेश्वर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। इस बार धीरे-धीरे गिरने वाले शास्त्री ने साईं बाबा को लेकर एक बयान दिया है। बाबा बागेश्वर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में धीरे-धीरे शास्त्री यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वो साईं बाबा को भगवान नहीं मानते।
दरअसल, धीरे-धीरे शास्त्री के एक भक्त ने उनसे एक सवाल पूछा। शैलेंद्र राजपूत नाम के एक शख्स ने कथावाचक धीरेचंद्र शास्त्र से पूछा कि ‘मेरा एक सवाल है कि बहुत सारे लोग हमारे देश में साईं भक्त हैं। लेकिन सनातन धर्म साईं की पूजा को नकारता सा दिखता है। जबकि साईं की पूजा सनातन पद्धति से ही होती है। तो आप इस पर प्रकाश डालें।’ अपने भक्त के इस प्रश्न पर धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री ने कहा कि वो साईं को भगवान नहीं मानते हैं।
धीरेचंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा, ‘देखिए डॉक्टर साहब आपका प्रश्न वर्तमान स्थिति के अनुसार बहुत जरूरी है। हमारे धर्म के शंकराचार्य जी ने साईं बाबा को विश्व में स्थान नहीं दिया। और शंकराचार्य की बात से हर सनातनी का धर्म लगता है क्योंकि वो अपने धर्म के प्रधानमंत्री हैं। और कोई भी संत चाहे हमारे धर्म के हों, चाहे वो तुलसीदास हो या सूरदास हो… वो संत हैं, महापुरुष हैं, युगपुरुष हैं लेकिन भगवान नहीं हैं।’
धीरे-धीरे शास्त्री ने आगे कहा कि ‘किसबकी अपनी-अपनी आस्था है, हम किसी की आस्था को ठेस नहीं भेज रहे हैं। पर इतना कह सकते हैं कि साईं बाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं पर भगवान नहीं हो सकते हैं। अब आपने कहा कि वैदिक धर्म की पूजा होती है तो देखो भाई गिदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता। भगवान भगवान हैं और संत संत हैं। साईं के प्रति मेरा क्या आदर है आप इसमें मत पड़ना और न ही हमसे पूछना कि मेरा क्या आदर है। हम इतना बस कहते हैं कि जिसकी जैसी आस्था है रखनी चाहिए पर साईं भगवान नहीं हैं ऐसा हमारे शंकराचार्य कहते हैं कि अब आप उनके ऊपर सवाल उठा सकते हैं।’
साईं पर दिए गए बयानों के बाद धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री एक बार फिर चर्चा में हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले राजस्थान में धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री ने कहा था कि ‘कुंभलगढ़ किले में जो हरे झंडे हैं, उन्हें हटाकर भगवा लगता है।’ शास्त्री के इन बयानों के बाद राजस्थान पुलिस ने उन मामलों को भी दर्ज किया था। इसी तरह धीरे-धीरे शास्त्री के इस बयान के ठीक दो दिन बाद पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया था। दरअसल, यह पांचों शत्रुओं में भगवा झंडा फहराने का प्रयास कर रहे थे।