
हालांकि, मोहम्मद दास के भाई और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा, महानगर के पूर्व अध्यक्ष राहिल हसन ने दावा किया कि इस पुश्तैनी मकान में उनके भाई मोहम्मद दास ने अपना हिस्सा बेच दिया था।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने उमेश पाल हत्याकांड के दस मिनट गुलाम के पुश्तैनी मकान पर सोमवार को बुलडोजर चलाकर उसे झटक दिया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। हालांकि, मोहम्मद दास के भाई और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा, महानगर के पूर्व अध्यक्ष राहिल हसन ने दावा किया कि इस पुश्तैनी मकान में उनके भाई मोहम्मद दास ने अपना हिस्सा बेच दिया था। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस मकान का नक्शा पास नहीं था और इसे अवैध तरीके से बनाया गया था।
उन्होंने बताया कि प्रशासन की टीम दोपहर करीब 12:00 बजे शिवकुटी थाना के तहत ऑयलियरगंज के रसूलाबाद में स्थित गुलाम के घर पर पहुंची। प्रशासन ने मकान खाली होने के बाद मकान के सामने सड़क के सामने दोनों छप्पर पर बैरिकेड लगा दिया और दो बुलडोजर को मकान संभालने के काम में लगा दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसीकरण की कार्रवाई करीब चार घंटे में पूरी तरह से हुई। इस दौरान भारी संख्या में लोग अपने छतों से और बैरिकेड के दूसरी ओर से जैमीकरण की कार्रवाई देखते रहे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
राहिल हसन ने मीडिया को बताया, “हम हाउस टैक्स और बिजली का बिल समय से जमा कर रहे हैं। (गुलाम) ने बहुत गलत काम किया है और हमारा पूरा परिवार उनके खिलाफ है। हमने तय किया है यदि ऐसा कुछ (मुठभेड़ में मारा जाने) होता है तो हम उनका शव भी नहीं मारेंगे।”
उन्होंने कहा, “हमारा परिवार निर्दोष है, लेकिन इस घटना के लिए पूरे परिवार को दोषी माना जा रहा है। इस पुश्तैनी भाई ने इस पुश्तैनी घर में अपना हिस्सा बेच दिया था, और उन्होंने यह कहते हुए कहा कि जब वह अपना मकान बना लेंगे, तो अजनबी हो जाएंगे, कुछ समय तक रहने के लिए जगह देंगे। उन्हें रहने के लिए एक कमरा दिया गया था।”
राहिल हसन ने कहा, “लेकिन ऐसा हो ना सका और आज हमारे सिर से छत हट रही है। उनके द्वारा किए गए दंड पूरे परिवार वाले हैं।” उल्लेखनीय है कि उमेश पाल हत्याकांड में मोहम्मद दास के शामिल होने की बात सामने आने पर तीन मार्च को भाजपा के अध्यक्ष महानगरीय गणेश केसरवानी ने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष पद से राहिल हसन को हटाते हुए इस मोर्चों को भंग कर दिया था। मोहम्मद का गुलाम उन पांच पहचान में से एक है जिस पर सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।













