लेटेस्ट न्यूज़

मधुमेह आहार में करेले को कैसे शामिल करें, कैसे करें आम रोगी करें करले का सेवन

बिटर गॉर्ड, जिसे करेला या बिटर मेलन के रूप में भी जाना जाता है, अक्सर मधुमेह के प्रबंधन में इसका उपयोग सीमा के लिए किया जाता है। करेले में ऐसे यौगिक होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। चारेंटिन, पोली पॉइंट-पी और सॉकेट सहित इन सॉकेट में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है, जिसका अर्थ है कि वे रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।

खाने में खाने के फायदे

करेले का नियमित सेवन मधुमेह वाले लोगों में बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है। यह भोजन के बाद रक्त शर्करा के स्पाइक्स को कम करने में मदद कर सकता है और रक्त शर्करा के स्तर के बेहतर प्रबंधन में योगदान कर सकता है।

करेले में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम होते हैं, जो मधुमेह के साथ-साथ अपने वजन को नियंत्रित करने वाले व्यक्तियों के लिए एक अच्छा विकल्प है। एक स्वस्थ शरीर के वजन का रक्त संयुक्त नियंत्रण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

करेला विटामिन सी और फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो मधुमेह से जुड़े ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट मधुमेह से संबंधित कोई सुरक्षा भी कर सकते हैं।

डायबिटीज के मरीज किस तरह से सेले का सेवन कर सकते हैं ये जानने के लिए हमने आज की बात की डायटिशियन और वेट लॉस जानकार शिखा कुमारी से।

भरने में कैसे करें का सेवन

करेले का जूस

ब्लेंजर में करेले को ब्लेंड करके या जूस निकालकर उसका जूस निकाल लें। सुबह खाली पेट करेले का रस पीने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कम मात्रा से शुरू करें और अपने रक्त शर्करा के स्तर की गुप्त निगरानी करें, क्योंकि यह व्यक्तियों को अलग तरह से प्रभावित कर सकता है।

करेले में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम होते हैं, जो वजन को नियंत्रित करता है।

करेला स्टार-फ्राई

बन्धपत्र में करें, बीज हटा दें, और अन्य मधुमेह-लायक प्रकार दें जैसे कि काली मिर्च, प्याज, और टमाटर के साथ दीखें या स्टार फ्राई करें। स्वाद के लिए शाकाहारी और वयस्कों के साथ न्यूनतम तेल और मसल्स का प्रयोग करें।

करेले की स्टफ्ड करी

नार्वे में करेले को काट कर, बीज निकाल कर, बीज को पीसकर पेस्ट बना लें। अब बीज को साधारण, प्याज़ टमाटर के साथ भूनकर मसाला बना लें। उस मजलिस को करेले में भर दें। भरवां करेले को मधुमेह के अनुकूल या ग्रेवी में प्रतिबिंब।

करेले के फायदे
करेले का कडवापन दूर करने के लिए उनका परीक्षण पकड़ बना बना रहता है। चित्र : उजागर करें

सुप

करेले के स्लाइस अन्य झुर्रियों, मसल्स और लीन प्रोटीन के साथ सूप या स्टॉज में शामिल करें। तब तक जब तक सभी फ्लेवर एक साथ मिक्स न हो जाएं।

वसा

करेले को कंकड़-पतला फिक्स और कुरकुरे होने तक बेक करें या कम से कम तेल में लिक फ्राई करें। अतिरिक्त स्वाद के लिए काली मिर्च पाउडर या चाट मसाला जैसे मसाले छिड़कें।

सलाद

करेले को कंकड़-पतला धुंधला, कड़वाहट कम करने के लिए यह नींबू के रस या सिरका के साथ थोड़ी देर के लिए मैरीनेट करें और फिर इसे अन्य रचनाएं जैसे खीरा, टमाटर और सलाद के साथ तैयारियां करें। सलाद को नींबू के रस या जैतून के तेल से बनी रोशनी ड्रेसिंग से सजाएं।

ये भी पढ़ें- गर्मी में चेहरे पर ग्लोब बनाए रखने के लिए स्टार्स दूध में ये 5 इंग्रेडिएंट्स

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page