लेटेस्ट न्यूज़

हिमाचल प्रदेश एनपीएस एसोसिएशन ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू में ओपीएस की बहाली पहली कैबिनेट एएनएन | हिमाचल प्रदेश समाचार: एनपीएस संघ ने सीएम सुक्खू को असली नायक बताया, कहा

हिमाचल प्रदेश ओपीएस: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज बुधवार (28 दिसंबर) को राज्य में न्यू पेंशन समाधान कर्मचारी संघ के साथ बैठक की। इस बैठक में पुराने पेंशन खातों की बहाली को लेकर चर्चा हुई। दोनों ने अपनी-अपनी बातें एक-दूसरे के सामने रखीं. बैठक के बाद हिमाचल प्रदेश न्यू पेंशन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहले कैबिनेट में पुराने पेंशन खाते की बहाली का वादा किया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी सरकार पर पूरी तरह से भरोसा है। प्रदीप ठाकुर ने कहा कि एनपीएस से प्रदेश को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे सरकार के डेटा से पूरे रास्ते इंडेक्स हैं। प्रदीप ट्रूकॉलर ने कहा कि न्यू पेंशन स्थिति की बहाली से प्रदेश में आर्थिक बदहाली का सामना करना पड़ रहा है। पुराने कर्जे की बहाली से हिमाचल प्रदेश पर किसी प्रकार का अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।

एनपीएस संघ ने नायक की सुक्खू की तुलना

हिमाचल प्रदेश न्यू पेंशन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि हितविंदर सिंह सुक्खू जिस तरह के जजमेंट रहे हैं, प्रदेश उससे भर के लोगों में खुशी का माहौल है। न्यू पेंशन कर्मचारी संघ ने नौकरी सुखविंदर सिंह सुक्खू की तुलना बॉलीवुड फिल्म नायक के अनिल कपूर से की। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक आ रहे जजमेंट सभी लोगों को अचंभित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन एंप्लॉयीज यूनियन पूरी तरह से सरकार पर निर्भर है। ही पहले बॉन्ड में ओल्ड पेंशन की बहाली होगी। उन्होंने कहा कि पहले कैबिनेट के दिन कर्मचारी संघ के कर्मचारी ढोल-नगाड़ों के साथ कैबिनेट में आनंद लेने के लिए पहुंचेंगे।

ओपीएस ने बदला हिमाचल का चुनाव

समाचार रीलों

साल 2022 की हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पुराने पेंशन खातों की बहाली का साया मंडरा रहा है। पुराने पेंशन के मुद्दों ने हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कर्मचारियों ने चुनाव से पहले ही घोषणा कर दी थी कि कर्मचारी केवल पुराने पेंशनभोगियों की बहाली करने वाले राजनीतिक दल का ही साथ देंगे। कांग्रेस ने अपने प्रतिज्ञा पत्र में पुराने पेंशन प्रमाणपत्र को पहले प्रमाणपत्र के रूप में सामने रखा है, लेकिन बीजेपी ने पुराने पेंशन प्रमाणपत्र को अपने संकल्प पत्र में शामिल नहीं किया है। ऐसे में कर्मचारियों ने पुराने पेंशन की बहाली के लिए वोट किया। सूचनाओं का मानना ​​है कि हिमाचल के चुनाव में पुराने पेंशन पेंशन की बहाली को लेकर मुद्दों से प्रदेश के चुनाव का रूख बदला है।

हिमाचल प्रदेश: ‘रोजाना 25 किलोमीटर पैदल चलना आसान काम नहीं’, प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी की जोरदार कोशिश की

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page