
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने विकलांग कार्यकर्ता इला भट्ट द्वारा सेल्फ एंप्लॉयड वीमन्स एसोसिएशन (सेवा) की स्थापना के साथ मिलकर सोमवार कोवृषण परिवर्तन से लड़ने के विशाल महिलाओं के लिए पाँच करोड़ के ‘ग्लोबल क्लाइमेट रेजिलिएंस एसोसिएशन’ की घोषणा की।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने विकलांग कार्यकर्ता इला भट्ट द्वारा सेल्फ एंप्लॉयड वीमन्स एसोसिएशन (सेवा) की स्थापना के साथ मिलकर सोमवार कोवृषण परिवर्तन से लड़ने के विशाल महिलाओं के लिए पाँच करोड़ के ‘ग्लोबल क्लाइमेट रेजिलिएंस एसोसिएशन’ की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कोष में महिलाओं और समुदायों के विकास परिवर्तन से लड़ने और सभी नए संसाधनों और शिक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के कुडा गांव के पास ‘कच्छ के छोटे रन’ में क्लिंटन ने नमक के मैदान में काम करने वाले मिलने की और उनसे नमक उत्पादन की प्रक्रिया और उनके (मजदूरों के) सामने आने वालों के बारे में मुश्किलों के बारे में भी जानकारी ली। क्लिंटन ने इस पर ध्यान देते हुए कहा, “आज मैं क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव, अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन, ‘सेवा’ और अन्य संगठनों के साथ महिलाओं के लिए पांच करोड़ के ‘ग्लोबल क्लाइमेट रेजिलिएन्स फंड’ की घोषणा करती हूं।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगभग 30 साल तक इलाबेन और ‘सेवा’ के साथ काम करने का स्वर मिला। लेकिन हम अगले 50 सालों के बारे में सोच रहे हैं।” क्लिंटन रविवार से दो दिन गुजरात दौरे पर हैं। उन्होंने कहा, “चाहे आप निर्माण में हों, विद्युत या प्लास्टिक पुनर्चक्रण में या फिर किसान गर्मी में काम कर आयें झलकने की चुनौती आपकी अगली बड़ी समस्या होगी।”
क्लिंटन ने संगठन ‘सेवा’ के 50 साल पूरे होने के अवसर पर मनपार में एक कार्यक्रम में भाग लिया और इसके संस्थापक और प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता इला भट्ट को श्रद्धांजलि दी। घटना के दौरान उन्होंने कहा था कि ग्राम्य परिवर्तन के कारण होने वाली गर्मी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए एक अतिरिक्त चुनौती है और ‘ग्लोबल क्लाइमेट रेजिडेंस फंड’ चुनौती इस से निपटारा में मदद करेगी।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।













