
सर्दियां शुरू में ही सर्दी, खांसी और कफ जैसे विभिन्न प्रकार के संक्रमण, दिल से जुड़ी बीमारियां और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम बढ़ जाता है। खास कर सर्दी बच्चे और दारोगा को जल्दी प्रभावित करती है। ऐसे में सभी को स्वास्थ्य के प्रति अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। इन सभी से बचने के लिए सबसे जरूरी है एक सही डाइट का ध्यान रखना। इसलिए ठंड के मौसम में हमारी मां, नानी और ग्रैंड ब्लिट्ज से कुछ पारंपरिक व्यंजन बना रहे हैं। जो न केवल स्वाद वाले होते हैं, बल्कि इस मौसम में होने वाले स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से भी बचाते हैं। ऐसा ही एक पारंपरिक विंटर का व्यंजन है तिल और गुड़ का लड्डू (तिल गुड लड्डू रेसिपी)। आइए जानते हैं इसके स्वास्थ्य लाभ और बनाने के तरीके।
आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर तिल और गुड दोनों ही रात में काफी मात्रा में जीव होते हैं। आयुर्वेद हो या चिकित्सा विज्ञान दोनों में ही प्रमाणिक रुपयों से लाभकारी का वर्णन किया गया है। इसलिए आज हम लेकर आए हैं गुड और तिल से बने लड्डू की स्वादिष्ट रेसिपी। साथ ही जानेंगे यह स्वास्थ्य के लिए किस तरह काम करती हैं।
यहां जानिए तिल और गुड के लड्डू की लाजवाब रेसिपी
इसे तैयार करने के लिए आपको चाहिए
तिल
गुड
मूंगफली
घिसना
इलायची पाउडर
सूखा कोकोनट (क्रश किया हुआ)

इन स्टेप्स के साथ तैयार करें भरपूर तत्वों से भरपूर तिल गुड़ के लड्डू
एक पैन के माध्यम से आंच पर गर्म होने के लिए चढ़ा दें। अब इसमें तिल डालें और अच्छी तरह से दौड़ें, सूखा रोस्ट कर लें। फिर तिल को निकाल कर साइड में रखें।
अब नूडल्स को ड्राई रोस्ट करें और इसे निकल लें। जब यह थोड़ी सी ठंडक हो जाए तो इसे ब्लेंडर में ग्लिंडर ब्लेंडर को 1 से 2 बार चलाएं और इन्हें दरदरा पीस लें।
ठीक इसी तरह सूखे कोकोनट को भी हल्का करने के साथ घिसने के साथ रोस्ट करके रख लें।
अब पैन में घी डालें और उसे गर्म होने दें, फिर गुड डालें और जब तक गुड पिघले तब तक चारो और अच्छी तरह से रहें।
जब गुड़ पूरी तरह से पिघल जाए, तो उसमें तिल, मूंगफली, कोकोनट और इलाइची पाउडर डालें और सभी को एक साथ 2 से 3 मिनट तक एक साथ डालें। फिर गैस बंद कर दें।
अब इसे किसी प्लेट में निकल लें और 5 से 7 मिनट तक कूलिंग होने के लिए छोड़ दें।
फिर अपनी झरोखों पर चमक और लाड्डुओं के आकार को चम्मच से इस मिश्रण को निकल कर अपनी हथेली पर रख लें।
अब दोनों ने हाथ की मदद से लड्डू के आकार दिए। ठीक इसी तरह पूरे मिश्रण से छोटे-छोटे लड्डू तैयार करके किसी ट्रे में रख लें।
ऊपर से कोकोनट पाउडर स्प्रेंकल करते हुए इसे गार्निश करें। स्वास्थ्य एवं स्वाद से भरपूर लड्डू बनकर तैयार हैं। आप इन्हें एयरटाइट कंटेनर में महीने भर के लिए स्टोर कर सकते हैं। पर इन्हें गर्मागर्म खाने का अपना ही आनंद लेते हैं।
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जानिए जल्दी ही आपके लिए क्यों हैं लाभ तिल और गुड़ के लड्डू
तिल आपके स्वास्थ्य के साथ बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। तिल के पोषक तत्वों को लेकर प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार तिल में आयरन, फाइबर और ओमेगा 6 युक्त एसिड की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। यह सभी पोषक तत्व पर्यावरण के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं।
ऐसे में सर्दियों में बालों से जुडी समस्या बिल्कुल आम है तिल में मौजूद ओमेगा 6 एसिड एसिड बालों से जूडी समस्या जैसे ड्राइनेस और डैंड्रफ से मिलने में मदद करते हैं। साथ ही यह हेडर को भी प्रमोट करता है।
तिल के सेवन से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा तुरंत बढ़ जाती है। जो प्रतिरक्षण को अवरुद्ध करने में मदद करते हैं। जिस कारण से होने वाले संक्रमण से भरना आसान हो जाता है। इसके साथ ही यह विंटर स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
इस मौसम में दिल से जुड़ी समस्या का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में तिल में मौजूद मोनोसैचुरेटेड उच्च एसिड शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही यह हाई ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल कर सकता है। इससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
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सर्दी में शरीर गर्म रहता है
आयुर्वेद के अनुसार गुड़ की तासीर गर्म होती है। इसलिए जल्दी ही इसके सेवन को लाभ माना जाता है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। जिस वजह से शरीर अंदर से गर्म रहता है। साथ ही यह रक्त वाहिकाओं को फैलाता है, जिस कारण से रक्त प्रवाह सही रहता है और दिल से जुड़ी समस्याओं के होने का खतरा भी कम हो जाता है।
Pub मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित डेटा की माने तो गुड में मर्ज, विटामिन और छंटे होते हैं। यह सात शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है और प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने में मदद करता है। ऐसे में ठंड में होने वाले सर्दी खांसी के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।
एक सिमित मात्रा में गुड का सेवन रेस्पिरेटरी सिस्टम, लंग्स, पेट और फ़ूड पाइप को डेटॉक्सीफाई करने में हो सकता है। इसलिए इसे शरीर के लिए एक बेहतरीन क्लींजिंग एजेंट के रूप में जाना जाता है।
ठण्ड में जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में गुड में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जिसके कारण ये जोड़ो के दर्द में लाभ हो सकता है। उसी समय गुड, घिसाई और अदरक जैसे पदार्थों के सेवन जोड़ों के दर्द को ठीक करने और हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
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