
वजाइनल परिचय कोई रोग या परेशानी नहीं बल्कि एक स्वाभाविक स्थिति है। इसमें योनि से थिक फॉर्म में हल्का पीला रंग का दिखावट होता है। हर महिला अपने जीवन में इस प्रकार के पदार्थों का अनुभव करती है। समस्या का केंद्र विजाइनल स्टडी (वेजाइनल डिस्चार्ज) नहीं बल्कि उसका रंग और र्दगंध है। पीरियड्स के दिनों में जहां हम एक साथ 5 से 7 दिन तक ब्लड डिस्चार्ज से मिलते हैं।
ठीक उसी तरह से बाकी दिनों के अलावा बाकी दिनों में सेस्ट्रुअल साइकिल के लिए जुलाई से ठीक फॉर्म में नामांकन होता है। जहां एक तरफ इसके कई प्रकार होते हैं, तो वैसे भी इसके कारण भी संबधित है
आइए जानते हैं योनि से होने वाले अलग-अलग तरह के ट्यूटोरियल के बारे में
नार्मल विजाइनल अध्ययन
विशेषज्ञ विशेषज्ञ एवं सलाहकार डॉ रितु सेठी बताते हैं कि इस बात को बहुत जरूरी है कि योनि से व्यायाम होता है। इससे योनि को स्नेहक मिलते हैं। ये पुराने से पुराने से हटाकर योनि को साफ करने में शिकायत साबित होती है। इन द्रव पदार्थों में आमतौर पर कोई गंध नहीं होती है। वे पूरी तरह से साफ या दूध जैसी मिट्ठी से गाढ़े दिखते हैं।

वॉटरी और मिली वर्किंग
कभी-कभी, योनि में से निकलने वाला ठीक ठीक हो जाता है और घुल जाता है भी होता है, जो पूरी तरह से नार्मल लक्षण है। पदार्थ देख सकते हैं जो कंकड़ और तारदार होता है।
असामान्य अनुशासन का क्या मतलब है
डॉ रितु सेठी बताती हैं कि यदि आपकी योनि से हल्का पीलापन और पालतू रंग का रंग छूट रहा है। इसके अलावा आपको खुजली या जलन की समस्या सता रही है, तो ये यीस्ट संक्रमण का संकेत है। वहीं अगर स्त्राव भूरे रंग का होता है, तो वो लाइव वेजिनोसिस की ओर इशारा करता है।
ये 3 तरह के निर्देश देते हैं यौन स्वाथ्य संबंधी समस्या का संकेत
1 पीला और जांच अधिकारी
अगर आपको वेगाइना में बार-बार इचिंग या तेज दुर्गंध का अनुभव हो रहा है, तो ये बैक्टिरियल इंफेक्शन की निशानी है। जलन के साथ होने वाला हरा सतर्कता पूरी तरह से अबार्मल है। दरअसल, ट्राइकोमोनिएसिस, जिसे ट्राइच भी कहा जाता है। ये एक आम यौन संचारित रोग है, जो इस तरह के दिखावे का कारण बनता है। कम उम्र की तुलना में बड़ी उम्र की महिलाओं में ये ज्यादा देखने को मिलता है। इसके लिए डॉक्टर की तुरंत सलाह लें।
2 भूरे या लाल रंग का विवरण
अवधि के दिनों में मासिक या धर्म शुरू होने से एक से दो दिन पहले होने वाला ब्राउन लेआउट पूरी तरह से नार्मल पेपर्स है। डॉ रितु सेठी बताती हैं कि अगर ऐसा दिखलाता है तो सामान्य दिनों में भी मछली छोटे के साथ हो रहा है, तो ये सर्वाईकल कैंसर का संकेत मात्र माना जाता है। इसके अलावा ये कई बार होने वाले फिबिकल सीक्वेंस को भी निर्दिष्ट करता है।

3 सफेद दस्तावेज
बैक्टिराइल या यीस्ट इंफेक्शन के कारण आमतौर पर सफेद थिक डिस्चार्ज होता है। इसमें धारिता की स्थिरता गाढ़ी होती है। साथ ही तेज गंध और खुजली भी रहती है। इसके लिए विशेषज्ञ योनि को हर घंटे की सफाई की सलाह देते हैं। साथ ही अंडरगार्मेंट्स को भी रेगुलर तौश्र पर बदलने की हिदायत दी जाती है।
कैसे जांचे अपना वैजाइनल विचार
यूरिन पास करने से पहले सफेद टॉयलेट पेपर से वेगाइना को रखें। उसी समय शिक्षा का रंग, छोटा और कंसिस्टेंसी चैक करें।
उसके बाद अपने कनेक्शन पर पहचान के रंग और आकार को देखें।
इसके अलावा अपने दो दस्तावेज़ों को वैजाइना में डालें और दस्तावेज़ों पर नज़र बनाए रखें। अब उसके लक्षण महसूस करें।
इससे बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
हाइजीन का ख्याल रखें। योनि को यूरिन पास करने के बाद साफ करना न भूलें।
ज्यादा से ज्यादा कॉटन के कपड़े दिखने लगते हैं। इससे इरिटेशन का खतरा बढ़ जाता है।
पुरानी पैंटी को हर दो महीने में बदल दें और आसान रंग की पैंटी का इस्तेमाल करें।
पैंटी को आयरन नहीं करना चाहिए। इससे बैक्टिरियल इंफेक्शन खत्म हो जाएगा।
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