
उम्र के साथ जिम्मेदारियां बढ़ती जा रही हैं, लेकिन आपका शरीर पहले की तरह पावरफुल नहीं रहता। जिसकी वजह से आप में गुस्सा, तनाव और अधीरता बढ़ती है। विशेष रूप से यह माना जाता है कि शारीरिक और संबंधित रूप से कमजोर व्यक्ति न केवल अपने खाते को मार्जिन से चूक जाते हैं, बल्कि उन्हें गुस्सा भी बहुत जल्दी आने लगता है। यदि आप भी इस तरह के परिचित का सामना कर रहे हैं, तो व्यायाम को नियमित करने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं आपकी शारीरिक और मानसिक शक्तियां (सहनशक्ति और सहनशक्ति व्यायाम) के लिए व्यायाम कैसे काम करता है।
पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार कार्टी एल ने 2016 के शोध में बताया है कि व्यायाम के माध्यम से मानव की सहनशीलता और शक्ति को सींचा जा सकता है। स्वास्थ्य के साथ और भी परिणाम में बेहतर पाने के लिए व्यायाम करना जरूरी है। 2008 में प्रकाशित अध्ययन में जॉनर और कॉयल कहते हैं कि व्यायाम को एक्टिवेट करें और एनर्जी एनर्जी में व्यस्त जा सकते हैं।
यह भी पढ़ें सुखासन और बालासन, आपके मेंटल हेल्थ के लिए सबसे ज्यादा लाभ हैं ये 2 अदरक योगासन
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ
डेयरी सलाहकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञ सक्सेना के दावे हैं कि किसी काम को करने के बाद परिणाम के लिए थोड़ी सी जिम्मेदारी रखनी चाहिए। इसमें आपके शरीर की शक्ति, धैर्य और समय तीनों का प्रयोग होता है। जिस तरह उम्र बढ़ती जा रही है वैसे ही इन सभी घड़ियाल मेलजोल से लगता है। इसे लगातार बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज जरूरी है। इसलिए यदि आप व्यायाम करते हैं, तो शक्ति और सहनशीलता भी निर्दिष्ट। अनुभवी अनुभव हैं कि व्यायाम से सहनशीलता और शक्ति में सुधार होता है। इससे न सिर्फ हमारी बॉडी बल्कि आपस में रिलेटेड समस्याएं भी मिलती हैं।
इन व्यायामों को करने से आगे बढ़ते हैं शक्ति और धैर्य (सहनशक्ति और सहनशक्ति अभ्यास)
1- HIIT व्यायाम
अनुभव कहते हैं हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) लगातार व्यायाम करते रहते हैं। इसे शुरू करने के बाद फिर बीच में आराम नहीं करना चाहिए। यह धैर्य और शक्ति में सुधार करने का अच्छा तरीका है। इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि लगातार 15 से 20 मिनट तक इस एक्सरसाइज को करने से शरीर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। जिससे हर अंग का स्मारक होता है। ऐसा शायद ही कोई हिस्सा होगा जो इस व्यायाम से बच सके।
2- सर्किट प्रशिक्षण
सर्किट प्रशिक्षण में लगातार अभ्यास नहीं होता है। बीच-बीच में एक्सरसाइज के साथ वर्कआउट भी करना पड़ता है। इसे करने से साहस और ताकत बढ़ाने में मदद मिलती है। यह रेसिस्टेंस बैंड या बॉडी वेट एक्सरसाइज की मदद से कोई भी सर्किट एक्सरसाइज को कर सकता है।
3- योग को भी जरूर करें फिटनेस रूटीन में शामिल
हमारे शरीर को जरा भी समस्या होने पर हर कोई व्यायाम और योग करने की सलाह देता है। अनुभव निवासी हैं योग प्रति रोज करने से शरीर को निरोगी रख सकते हैं। इसके करने से धीरज और शारीरिक शक्तियों दोनों को बढ़ावा मिलता है। साथ ही तनाव कम करने में, चिंता से मुक्त, दोहरी वाणी के निर्माण में योगा मदद करता है। बेहतर रिजल्ट के लिए योगा रोज किसी योगाचार्य के माध्यम से करना उचित रहेगा। अच्छी तरह सीखने के बाद घर में निरंतर किया जा सकता है।

4- पुशअप और लंग्स
इस प्रशिक्षण में बॉडीवेट के साथ मांसपेशियों का निर्माण, ताकत बढ़ाने के लिए रेजिस्टेंस बैंड एक्सरसाइज शामिल है। यह दोहरी मांसपेशियों के निर्माण में मदद करने में प्रभावी है। इसके साथ हड्डियों का भी पता चलता है। पुशअप, स्कवाट्स, प्लैंक्स और लैंजेस वर्कआउट करते हैं, सत्य के लिए हर रोज अभ्यास किया जा सकता है।



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें