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दिन प्रतिदिन लोगों का ब्लड शुगर स्तर बढ़ता जा रहा है। इसके लिए कोई और नहीं आप स्वयं जिम्मेदार हैं। गलत लाइफस्टाइल, खान-पान के प्रति एक तरह की जीवनशैली और शारीरिक रूप से स्थिर रहने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की जटिलताओं के होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में आप जितनी जल्दी इन्हें करते हैं इनमे सुधार करते हैं उतना ही अच्छा है। अन्यथा यह आदत आगे चलकर आपके लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है।
आपने अक्सर सुना होगा और हार्ट के मरीजों को व्यायाम और योग जैसी गतिविधियों में भाग लेने की सलाह दी है। यह पूरी तरह वैद्य है। खाने के बाद कुछ देर से ब्लड शुगर लेवल और हार्ट हेल्थ पर होने वाले प्रभाव को लेकर एक अध्ययन किया गया। अध्ययन में कई सकारात्मक पहलू दिए गए हैं। तो आइए जानते हैं, क्या सच में खाने के बाद 5 से 10 मिनट काम करने से ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है (मधुमेह के लिए छोटी सैर)। साथ ही क्या यह सच में हार्ट हेल्थ को संतुलित रखने में मदद करता है। यदि हां! तो जानेंगे फाइनल यह कैसे काम करता है।
जानिए क्या कहता है अध्ययन
स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार खाने के बाद जीवनशैली हार्ट हेल्थ को संतुलित रखने के साथ ही शरीर में ब्लड ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं।
वहीं देखने की माने तो खाने के बाद 2 से 5 मिनट की शॉर्ट वाकिंग भी ब्लड शुगर लेवल और भूमध्य को संतुलित रखने में मदद करता है।
रिसर्च के लिए दो ग्रुप को अलग-अलग हिस्सों में बांट दिया गया। खाने के कुछ देर के बाद एक समूह में से एक पहाड़ पर रहता है तो दूसरा समूह चलने के लिए कहां गया। हर 20 से 30 मिनट के बाद उन्हें 2 से 5 मिनट के लिए अपनी गतिविधियों में भाग लेना था। इसी तरह जिनपर उन लोगों को छांटा गया, जिनमें से कुछ लोगों को छोटी तो कुछ मधुमेह की स्थिति में शामिल हो गए थे। वहीं कुछ ऐसे भी लोग थे जिनमें लाइनिंग से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या नहीं थी।
अध्ययन के अनुसार दाखिल और प्रीडायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के ब्लड शुगर लेवल में सुधार देखने को मिला। वहीं खाने के बाद आम लोगों का ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ जाता है, ऐसे में चलते-फिरते उनके सामने आने से समस्या होती है।
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खाने के कितने देर बाद तक चल सकते हैं
डाइनिंग के लिए माने तो खाने के 60 से 90 मिनट के बीच में चलना सबसे अच्छा होता है। क्योंकि इस दौरान ब्लड शुगर लेवल का स्तर सबसे ज्यादा बढ़ा होता है। ऐसे में इस समय के दौरान स्लिमिंग से लेकर हार्ट हेल्थ तक सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं।
स्वास्थ्य को मिलते हैं कई अन्य फायदे
मीन की स्थिति में ब्लड शुगर लेवल के स्तर में होने वाला बदलाव स्वास्थ्य को कई अन्य रूप से प्रभावित कर सकता है। जैसे कि दिल से जुड़ी बीमारियां, किडनी और लीवर फेलियर से लेकर हार्ट अटैक और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
ऐसे में देखने की माने तो खाने के बाद कुछ देर के घेरे से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने के साथ ही अपनी पाचन क्रिया की समस्याओं जैसे गैस और ब्लोटिंग से दूर हो सकते हैं।
इसका संबंध यह भी है कि खाने के बाद जब बॉडी चलती है तो खाना पचाने में आसानी से होता है और पाचन क्रिया के लिए भी हेल्दी होता है।
लाइनिंग और स्ट्रेस भी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं
अनुसंधान में सामने आया कि खाना खाने के बाद अजीबोगरीब हार्मोन जैसे कि एड्रेनालाईन और कॉर्टिसोल कम होते हैं। किस वजह से मानसिक स्वास्थ्य को सही होने में मदद मिलती है। वहीं भरती हो या अन्य बीमारियां आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालती हैं। इसके साथ ही यदि आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त या एंजाइटी अवसाद जैसे पीड़ित हैं, तो यह आपकी डाइटिंग और हार्ट अटैक के डैमेज को बढ़ा देता है।
ऐसे में खाने के बाद चलने से स्ट्रेस रिलीज़ होने में मदद मिलेगी। जो एन्जाइटी और अवसाद जैसी स्थिति के लिए भी अच्छा है। इसके साथ ही आपको पर्याप्त नींद लेने में भी मदद मिलती है।
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