
गर्मी के मौसम में खुद को ठंडा रखने के लिए अक्सर आइसक्रीम का लुत्फ़ लिया जाता है। भोजन के बाद तुरंत निश्चित तौर पर ठंडक और ताजगी प्राप्त होती है। कार्बोहाइड्रेट, ठंडा और ताज़ा आइसक्रीम में प्रोटीन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। इसमें बड़ी मात्रा में शिक्षा और चीनी भी होती है, जो कैलोरी इंटेक को बढ़ाती है। आइसक्रीम का चलन बहुत अधिक किया जा सकता है। और प्राप्त की गई कैलोरी को बर्न नहीं किया जाए, तो निश्चित रूप से वजन में वृद्धि (आइसक्रीम के दुष्प्रभाव) हो सकती है। जानकार हैं क्या कहते हैं?
ज्यादा आइसक्रीम खाना इन 6 तरीकों से आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाता है
हाई फैट और हाई शुगर प्राप्त होता है वजन (हाई फैट और हाई शुगर आइसक्रीम के कारण मोटापा होता है)
न्यूट्रिशनिस्ट और डायटशियन डॉ. अवनी कॉल बताती हैं, ‘1/2-कप आइसक्रीम में 7.2 ग्राम के साथ 137 कैलोरी हो सकती है। इसमें लगभग 4.5 ग्राम संतृप्त वसा हो सकता है। ½ कप चॉकलेट आइसक्रीम में 143 कैलोरी और 7.3 ग्राम वसा होती है। इसमें से 4.5 वसा विपरित होती है। पारंपरिक क्रीम एडेड शुगर और उच्च वसा वाली सामग्री से तैयार होती हैं। यदि नियमित रूप से हाई शुगर और वसा वाले खाद्य पदार्थों के लिए जाएं, तो वजन बढ़ सकता है।
2 वसा वसा (आइसक्रीम की संतृप्त वसा)
वास्तव में एसिड आमतौर पर मांस, दूध, अंडे और मक्खन जैसे पशु उत्पादों में पाए जाते हैं। विस्टा वसा (संतृप्त वसा) का अधिक सेवन रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाया जा सकता है (उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर)। इससे अटकल में रुकावट हो सकती है और दिल का दौरा (हार्ट अटैक) और आघात (हार्ट स्ट्रोक) भी हो सकता है। वेट कंट्रोल के लिए सीमित मात्रा में वसा का सेवन करना चाहिए।
3 कोलेस्ट्रॉल (आइसक्रीम का कोलेस्ट्रॉल)
डॉ. अवनी के अनुसार, यदि नियमित रूप से आपके आहार में आइसक्रीम शामिल है, तो यह रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। यह हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। वैनिला आइसक्रीम की 1/2 कप सर्विंग में 25 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल हो सकता है। यहां यह भी जानना बहुत जरूरी है कि हमारा शरीर एक दिन में लगभग 1,000 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल अपना पैदा करता है। कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने का प्रमुख कारण है।
4 आइसक्रीम खाने की लत लग सकती है (Ice cream Addiction)
कुछ लोग नियमित रूप से शुगर क्रेविंग का अनुभव करते हैं। इसके कारण उनके लिए हेल्दी डाइट और कैलोरी काउंटर की रूटीन पर टिके रहना मुश्किल है। रात को खाने के बाद वे शुगर वाले खाद्य पदार्थों को मुख्य रूप से आइसक्रीम के रूप में नियमित रूप से लेते हैं। ये आदत उनके लिए नशे की तरह काम करती है। इसके परिणाम एक्स्ट्रा वेट गेन के रूप में प्रकट होता है।
5 उच्च वसा के दुष्प्रभाव (आइसक्रीम साइड इफेक्ट)
नियमित रूप से अधिक से अधिक आइसक्रीम खाने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं। आइसक्रीम में सबसे अधिक उच्च शिक्षा वाले क्रीम का प्रयोग किया जाता है। यह उच्च कैलोरी और चीनी की मात्रा सबसे अधिक नुकसानदेह होती है। यह क्रेविंग कहना बहुत जरूरी है। रोज के बजाय सप्ताह में एक दिन पोर्शन कंट्रोल के साथ लिया जा सकता है। हेल्दी पोजीशन लेना जरूरी है। लो-फैट, वसा-मुक्त या शुगर-मुक्त संस्करण आइसक्रीम का चुनाव किया जा सकता है। यह कुछ मीठा खाने की इच्छा को पूरा करेगा और कैलोरी इंटेक भी कम होगा।

6 वैकल्पिक चुनाव (आइसक्रीम के विकल्प)
आइसक्रीम के बजाय वसा वाले दही का चुनाव किया जा सकता है। कैलोरी कम करने के लिए पोषक तत्वों जैसे पोषक तत्वों वाले खाद्य पदार्थों का चुनाव किया जा सकता है। इसके लिए एक केले को फ्रीज कर लें। इसे ब्लेंडर में पीस लें। यह भी आइसक्रीम के समान और स्वभाव से मीठा स्वाद लेगा। इसमें 100 से भी कम कैलोरी होगी।
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