गुरुग्राम सड़क दुर्घटना: नियम के खिलाफ काम करने पर लोगों को कानून का पाठ मानने वाली पुलिस ही जब ऐसा कुछ कर दे तो इसे क्या कहते हैं। जी हां, कुछ ऐसा ही मामला दिल्ली से सटे गुरुग्राम से सामने आया है। यहां पुलिस वालों की गलती की वजह से 5 महीने की बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी है। दरअसल रॉन्ग साइड से आ रही पुलिस की दिलचस्पी वैन ने सामने से आ रही एक स्विफ्ट कार को टक्कर मार दी। इस हादसे में जहां 5 महीने की मासूम की मौत हो गई। वहीं कार में सवार 5 लोग घायल हो गए। यूं तो लोगों को तुरंत मदद पहुंचाने के लिए पुलिस की इमरजेंसी रिस्पेंस व्हीकल लगातार क्षेत्रीय में पेट्रोलिंग करती रहती है, ताकि सही समय पर सही जगह पर पहुंच कर पुलिस लोगों की सहायता कर सकें।
वहीं हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस की ऐसी ही इमरजेंसी रिस्पेंस व्हीकल की वजह से दिल्ली में रहने वाली एक 5 महीने की बच्ची की मौत हो गई। घटना रविवार की सुबह 11 बजे के आसपास है, जब फरीदाबाद से गुरुग्राम की तरफ रॉन्ग साइड से आ रही पक्षपात वैन ने दिल्ली से फरीदाबाद की तरफ जा रही रफ्तार तेज गाड़ी को सामने से टक्कर मार दी। इस घटना में जहां एक बच्ची की मौत हो गई। वहीं अन्य 2 बच्चों सहित 5 लोग घायल हो गए।
दिल्ली से फरीदाबाद जा रहे थे कार सवार
दिल्ली खेड़ा खुर्द के रहने वाले विश्वजीत ने बताया कि उनकी पत्नी काजल, सास बबीता, साला रिंकू, रिंकू का प्रियांक और विश्वजीत का बेटा अवी और 5 महीने की बेटी सावी दिल्ली से फरीदाबाद जा रहे थे। गाड़ी को रिंकू चला गया था, तभी सुबह करीब सवा 11 बजे जिस वक्त स्विफ्ट कार गुडगांव फरीदाबाद रोड पर घाटा ट्रैफिक सिग्नल के पास पहुंचा तभी गलत दिशा में आ रही पुलिस रुखवी वैन ने अपनी गाड़ी को टक्कर मार दी। इस घटना में 5 महीने की बच्ची सावी की मौत हो गई, जबकि घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दुर्घटना के बाद छिपने की जगहों से लगी भइया
सड़क हादसों के बाद जब पुलिस को इसकी सूचना मिलती है, तो पुलिस जीप पर पहुंचकर लोगों की सहायता करती है और उन्हें अस्पताल ले जाती है, लेकिन इस दुर्घटना में वरीयता में राइडर पुलिसकर्मियों का मानवीय और कठोर पहलू देखने को मिला। इन शिकायतों में घायलों को अस्पताल ले जाने के बजाय दुर्घटना के बाद मतदाता को छोड़ कर भाग गए। गनीमत ये रही वहां से गुजर रहे लोगों की नजर पड़ी तो वे सभी अस्पताल में पहुंच गए, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। अगर दृश्य छाया से बचने के बजाय उन लोगों को अस्पताल ले जाया जाता है तो शायद उस 5 महीने की जान बच गई।
3 नई बुलेटिन सस्पेंड की गई है
इस घटना की जानकारी मिलते ही गुरुग्राम पुलिस में हड़कंप मच गया और पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। इसके बाद एक अलग ड्राइवर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए, 279 और 427 के तहत मामला दर्ज किया गया। साथ ही वैन के ड्राइवर समेत कई सवारियों को एसपीपेंड कर विभागीय कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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