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गुफी पेंटल ने दिए ‘महाभारत’ को खास चरित्र, ‘मिस इंडिया’ को देना चाहते थे रोल, आमिर के कारण नहीं बनी ‘पांचाली’

मुंबई। मनोरंजन जगत में छोटे पर्दे का बड़ा अहम रोल हो रहा है। खास तौर पर जब टीवी लोगों के घरों में आना शुरू हुए थे तो उस दौर के टीवी शो दर्शकों के लिए खास थे। पुराने दौर में कई ऐसे शोज बने हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में हैं. ऐसा ही एक एपिक शो है बीआर चोपड़ा (बीआर चोपड़ा) का ‘महाभारत’ (महाभारत)। इस शो ने उस दौर में सफलता का नया इतिहास रचा था और शो की हर कहानी काफी चर्चा में रही थी। शो की हर कहानी आज भी हिट है। आपको क्या पता है कि इस शो का विवरण कौन लाया था? आइए, बताते हैं…

‘महाभारत’ का पहला एपिसोड 2 अक्टूबर 1988 को प्रसारित हुआ था। शो का निर्देशन ब्रो चोपड़ा और रवि चोपड़ा ने किया था। इसकी स्क्रिप्ट पंडित नरेंद्र शर्मा और राही दृष्ट रजा ने लिखी थी। शो की स्टारकास्ट की बात की जाए तो इसके लिए बड़े स्तर पर कलाकारों के चयन की प्रक्रिया चली गई थी। शो में शकुनी मामा (शकुनी मामा) की जांच विवरणी गुफी पेंटल (गुफी पेंटल) शो के मार्केटिंग डायरेक्टर थे। उनकी ही एक रचना की आत्मा को समझने वाले कलाकारों का चयन किया गया था। बता दें कि इस शो के लिए करीब 1500 से ज्यादा लोगों को स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया गया था।

गुफी ने मिस इंडिया को शॉर्टलिस्ट किया
शो में यूं तो सभी किरदारों की अपनी एक खास जगह थी लेकिन सीरियल में ‘द्रौपदी’ का किरदार बेहद महत्वपूर्ण था। इस चरित्र के माध्यम से ही कहानी को अहम मोड़ दिया गया था। ऐसे में बीआर चोपड़ा किसी ऐसी अभिनेत्री को लेना चाहते थे, जो दर्शकों के हिसाब से जगह बनाते थे। गुफी ने 1984 में मिस इंडिया का टाइटल जीतने वाली जूही चावला को इसकी कहानी के लिए छोटा किया था। जूही को यह किरदार भी आशाजनक लगा लेकिन फिर उन्होंने इनकार कर दिया।

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आमिर के लिए कर इनकार कर दिया
मिस इंडिया बनने के बाद जूही अपने फिल्मी करियर की गाड़ी आगे बढ़ रही थीं। ‘महाभारत’ के साथ ही जूही को फिल्म ‘क्यामत से कयामत तक’ का प्रस्ताव मिला था। ऐसे में जूही ने बड़े पर्दे पर आमिर खान के साथ काम करना ज्यादा बेहतर समझा इसलिए उन्होंने ‘महाभारत’ के लिए इनकार कर दिया। यदि वे इस चरित्र के लिए हां कह देते हैं तो शायद आज वे छोटे-छोटे पर्दे प्रकट होते हैं। हालांकि उनका यह फैसला सही साबित हुआ था और ‘कयामत से कयामत तक’ सफल फिल्म साबित हुई थी।

रूपा गांगुली

रुपयों को इसलिए चुना गया है
जूही के इनकार के बाद रुपए का विवरण ‘द्रौपदी’ के विवरण के लिए सबसे अधिक उपलब्ध थे। दरअसल, रुपये की हिंदी पर पकड़ काफी अच्छी थी और इस शो के लिए स्पष्ट हिंदी उच्चारण बहुत जरूरी था। रूपा ने यह वर्णन किया है और हमेशा के लिए वे दर्शकों के घने में बस गए।

टैग: बीआर चोपड़ा, मनोरंजन विशेष, जूही चावला, महाभारत

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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