उत्तरप्रदेश

अंधविश्वास का खौफनाक खेल: भांजे की बलि देकर जमीन में गड़ा धन पाने का था लालच

UNITED NEWS OF AISA. रायबरेली। पैसों की लालच और अंधविश्वास ने एक मामा को इतना अंधा कर दिया कि उसने अपने ही 10 साल के भांजे की नृशंस हत्या कर दी। तांत्रिक के झांसे में आकर दिलबाग गौतम नामक शख्स ने अपने भांजे सुधीर की बलि दे दी। पुलिस ने तांत्रिक गुड्डू बाबा और मुख्य आरोपी दिलबाग को गिरफ्तार कर लिया है।

खेलते-खेलते अचानक गायब हुआ मासूम

यह दर्दनाक घटना सलोन कोतवाली क्षेत्र के राजा का पुरवा गांव की है। 18 फरवरी को सुधीर घर के बाहर खेल रहा था, तभी वह अचानक लापता हो गया। परिवार ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन उसका शव समसपुर पक्षी विहार के तालाब में मिला। शव पर गहरे घाव के निशान थे, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

तांत्रिक ने दिया ‘बलि’ का झांसा

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संदेह के आधार पर दिलबाग गौतम को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मां बीमार थी, जिसके इलाज के लिए वह तांत्रिक गुड्डू बाबा के संपर्क में आया। तांत्रिक ने दावा किया कि अगर किसी नाबालिग बच्चे की बलि दी जाए तो न सिर्फ उसकी मां ठीक हो जाएगी, बल्कि जमीन में गड़ा धन भी मिलेगा।

10 रुपये देकर बहलाया और दी मौत

आरोपी दिलबाग ने लालच में आकर 18 फरवरी को सुधीर को 10 रुपये देकर बहलाया और उसे तांत्रिक के पास ले गया। फिर तांत्रिक ने रात में एक सुनसान जगह पर ले जाकर लोहे के चिमटे से मासूम के शरीर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में शव को तालाब में फेंक दिया गया।

गिरफ्तार हुए दोनों आरोपी

पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चिमटा और मोबाइल फोन भी बरामद किया गया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

यह घटना अंधविश्वास और लालच के घातक मेल की खौफनाक मिसाल है, जिसने एक मासूम की जान ले ली।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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