पुलिस ने किराएदार की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव के टुकड़े-टुकड़े करके उसे अलग-अलग जगहों पर झूठे आरोप में घटना के दो महीने बाद मकान मालिक और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक दशक की पहचान उमेश शर्मा और परवेश के रूप में हुई है।
गाजियाबाद। पुलिस ने किराएदार की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव के टुकड़े-टुकड़े करके उसे अलग-अलग जगहों पर झूठे आरोप में घटना के दो महीने बाद मकान मालिक और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक दशक की पहचान उमेश शर्मा और परवेश के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि घटना में एलेक्टेड एक्स और ब्लड से साफ कपड़े समेत अन्य ठीक हो रहे हैं। बागपत का रहने वाला खाता खोकर राधा के पास कालोनी में किराए पर रहता था और उसके घर के मालिक शर्मा से दोस्ती हो गई थी।
पुलिस उपायुक्त इराज राजा ने बताया कि लखनऊ के भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय में खोजार्थी खोकर ने हाल ही में अपनी जमीन एक करोड़ रुपए में अतिरिक्त थी और 40 लाख रुपये शर्मा को कारोबार के लिए कर्ज के रूप में दिए थे। उन्होंने बताया, बाकी के 60 लाख रुपये भी पाने के लालच में शर्मा ने खोकर की हत्या की योजना बनाई थी।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
अन्य समाचार