शैक्षिक कानून को लेकर विवादास्पद रूप से प्रदर्शन से भी जॉर्ज सोरोस का नाम लाल रंग का है। कहा जाता है कि सीएए के खिलाफ हवा देने के लिए इतने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया था कि जॉर्ज सोरोस ने फंडिंग की थी।
भारत ने फ्रांस से 36 राफेल की खरीद की थी। ग्लोबली कांग्रेस लेकर की तरफ से खूब शोर मचाया गया था, चौकीदार चोर हैं जैसे नारे भी गढ़े गए थे और कोर्ट से फटकार फिर 2019 के चुनाव में जनता द्वारा नाकारे जाने के बाद इस मुद्दे की हवा निकल गई थी। वहीं फ्रांस की एनजीओ शेरपा एसोसिएशन ने इसमें भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कर जांच की मांग की थी। इस एनजीओ को जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से फंड जारी किया जाता है।
भारत जोड़ो यात्रा और सोरोस: कांग्रेस नेता राहुल गांघी की भारत जोड़ी यात्रा से भी जॉर्ज सोरोस का कनेक्शन सामने आया था। अक्टूबर 2022 को सलील शेट्टी नाम के व्यक्ति की तस्वीर राहुल के साथ भारत जोड़ने की यात्रा में कदम से कदम मिलाकर चलते हुए सामने आई थी। सलिल शेट्टी जार्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के वैश्विक उपाध्यक्ष हैं। इसके पहले शेट्टी एमनेस्टी इंटरनेशनल से भी वो जुड़े हुए हैं।
सीएए विरोध: शैक्षिक कानून को लेकर विवादास्पद रूप से प्रदर्शन से भी जॉर्ज सोरोस का नाम लाल रंग का है। कहा जाता है कि सीएए के खिलाफ हवा देने के लिए इतने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया था कि जॉर्ज सोरोस ने फंडिंग की थी। इसकी पुष्टि उनकी पुष्टि से भी होती है। सोरोस ने भारत में लागू किए जा रहे एनआरसी और सीएए को मुस्लिम विरोधी बताया था।
कश्नीर से अनुच्छेद 370 का खात्मा: मोदी सरकार ने जब जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का ऐतिहासिक ऐलान किया, तो उस वक्त वक्त भी बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना की कोशिश पर इस 92 साल के बुजुर्ग शख्स ने एंट्री ले ली। उन्होंने मोदी सरकार के इस मत का विरोध किया और कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने की दिशा में अपना कदम बढ़ा रहा है। इसी तरह किसान आंदोलन और भारत द्वारा कोरोना का टीका बनाने के बाद उसके खिलाफ ग्लोबल प्लांट चालने में भी सोरोस का नाम आ चुका है।
वैसे तो सोरोस की कहानी सैकड़ों नज़रों में भी खत्म नहीं होगी, लेकिन वैसे ही संक्षिप्त रूप में ही।