
उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2018 में सत्ता में आई गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के चार साल शनिवार को पूरा किया। गहलोत ने इस उपलक्ष में जवाहर कला केंद्र में आयोजित राज्य स्तरीय विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
राजस्थान के अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले चार साल में कई योजनाओं के जरिए एक से एक काम किया और हर वर्ग का ध्यान रखा। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि चार साल के बाद भी राज्य सरकार के खिलाफ कोई माहौल (एंटी इंकंबेंसी) नहीं है। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2018 में सत्ता में आई गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के चार साल शनिवार को पूरा किया। गहलोत ने इस उपलक्ष में जवाहर कला केंद्र में आयोजित राज्य स्तरीय विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा,”हमारे चार साल पूरे हो रहे हैं, हमने कोई कमी नहीं रखी, एक से बड़ा काम किया है। हमारी योजनाओं की पूरे देश में चर्चा है।”
साइट ने कहा कि हर परिवार का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज चार साल के बाद जनता में सरकार के खिलाफ माहौल नहीं है, यह पहला मौका है राजस्थान में कि चार साल के कार्यकाल के बाद भी कोई सरकार विरोधी माहौल नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने संवेदनशीलता, अनुकूलन और जवाबदेह प्रशासन देने के लक्ष्य से काम किया। गहलोत ने कहा कि मैंने चुनावी घोषणा पत्र को सरकारी दस्तावेज बनाकर वादों को पूरा किया और जनता की भावनाओं के अनुरूप जन घोषणा पत्र बनाया, मानक आधार बनाकर नीति निर्माण एवं कार्य किया जा रहा है। सरकार अपनी कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा के लिए लगभग एक करोड़ लोगों को पेंशन दी जा रही है।
इंदिरा रसोई योजना में आमजन को अनाज भोजन आठ रुपये में सम्मान के साथ विषाक्त जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं की माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए 800 करोड़ रुपये की ‘उड़ान योजना’ के माध्यम से मुफ्त सैनेटरी नेपकिन का वितरण किया जा रहा है। पोर्टल ने कहा कि सरकार की योजनाओं से आज 46 लाख ग्राहक कनेक्शन और किसानों का बिजली बिल शून्य आ रहा है, जबकि इंसवायर गांधी शहरी रोजगार योजनाओं के माध्यम से शहरी क्षेत्रों के कनेक्शनों को राहत दी जा रही है। भोपाल ने कहा कि राज्य सरकार की प्रत्येक योजना के केंद्र में गरीब एवं विनीत लोग हैं।
उन्होंने कहा कि आम लोगों को महंगे उपचार से मुक्ति पाने के लिए कर्मचारियों चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की जाती है। इसमें 10 लाख रुपये तक का नि:शुल्क उपचार मिल रहा है। सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों से राजस्थान स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य का एक मॉडल उभर कर सामने आता है। राज्य सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार ने प्रदेश में मानवता से पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू किया है। उन्होंने कहा कि हमारा वित्तीय प्रबंधन सबसे बेहतर है, किसी भी राज्य में सभी योजनाएं सफल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी ओपीएस लागू करे ताकि कर्मचारियों में उनके भविष्य के प्रति सुरक्षा की भावना आए।
उन्होंने कहा कि हमारी सोच सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की है, लेकिन केंद्र सरकार को पूरे देश में एक समान सामाजिक सुरक्षा नीति लागू करनी चाहिए ताकि वृद्धजनों, अधिकारों और विधवाओं को जीवन यापन में आसानी से हो सके। साइट ने कहा कि राज्य के 13 खाते में आमजन और किसानों के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (सीसीपी) अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस योजना से राजस्थान के एक बड़े क्षेत्र में प्रियां और सिंचाई जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही सीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेगी, क्योंकि अनावश्यक देरी से परियोजना की घोषणा की जाएगी और इसका लाभ से मामूली होगा।
गहलोत ने राज्य स्तरीय प्रदर्शनी ‘जनसेवा, सबका सम्मान, आगे बढ़ोत्तरी राजस्थान’ का उद्घाटन किया। इसमें सरकार के विभिन्न समझौतों द्वारा चार साल में दिए गए दस्तावेज़, विकास कार्य, योजनाएँ और उपलब्धियाँ प्रदर्शित की गई हैं। इस अवसर पर चिकित्सा व स्वास्थ्य परसादी लाल मीणा, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत, अल्पसंख्यक मामले मंत्री शाले मोहम्मद, सूचना एवं जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोकोना, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, सुप्रीम के सलाहकार संयम लोढ़ा व आला अधिकारी मौजूद थे।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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