गौतम अडानी इंटरव्यू: भारत के दिग्गज बिजनेसमैन गौतम अडानी ने अपने परिवार को लेकर भी कई राज उजागर किए। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका संबंध और राहुल गांधी द्वारा लगातार किए गए हमलों पर भी फ्रैंक बोले। इंडिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में अडानी से जब उनके परिवार के जीवन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ ऐसी बातें बताईं जो शायद ही आम लोगों को पता हों।
‘इंडिया टीवी’ के ‘आप की अदालत’ कार्यक्रम के दौरान गौतम अडानी से एक शख्स ने पूछा- आप बड़े बिजनेसमैन हैं। आप काफी व्यस्त रहते हैं। ऐसे में आप अपने परिवार के लिए कैसे समय निकालते हैं? आप खुद को रिलैक्स करने के लिए क्या करते हैं।
इन सवालों का जवाब देते हुए गौतम अडानी ने कहा कि मैं हफ्ते में तीन दिन मनपा से बाहर रहता हूं। जब मैं चार दिन शहर में होता हूं तो ऑफिस में थोड़ा लेट जाता हूं। मैं 11:00 बजे के करीब ऑफिस जाता हूं, क्योंकि मुझे देर रात तक काम करने की आदत है। मैं सुबह 6-6:30 बजे प्रकट होने के बाद हॉल में अपने परिवार के साथ समय बिताऊंगा। अपनी पोती के साथ बात करता हूं। मैं अटक के समय भी कोशिश करता हूं कि परिवार के साथ ही समय बीत गया।
गौतम अडानी ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि रात को जब वह घर जाते हैं तो अपनी पत्नी के साथ रूमी खेलते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर वह हार जाते हैं। आपको यह भी बता दें कि गौतम अडानी रिलांयस ग्रुप के संस्थापक धीरू भाई अंबानी को अपना रोल मॉडल मानते हैं।
बातचीत में राहुल गांधी को लेकर पूछे गए सवाल पर गौतम अडानी ने कहा, ”राहुलजी की बार-बार बात करके वापस आप मेरा राहुलजी से समाप्ति करेंगे और वे कल एक और बयान देंगे। राहुल जी एक सम्बद्ध नेता हैं। उनकी भी पॉलिटिकल पार्टी चलनी है। उनकी विचारधारा की लड़ाई होती है। शामिल आरोप-प्रत्यारोप होता है। मैं तो एक सामान्य उद्योगपति हूं। मैं मेरा काम करता हूं। वोट राजनीति अपने होश से करते हैं।”
पीएम मोदी क्या कहते हैं अडानी?
वहीं, पीएम मोदी को लेकर अडानी ने कहा कि मुझे अपने जीवन में तीन बड़ा ब्रेक मिला है। पहली, 1985 में राजीव गांधी के शासन के दौरान, जब एक्ज़िम नीति ने हमारी कंपनी को एक वैश्विक वाणिज्यिक घराना बनने की अनुमति दी। दूसरा 1991 में जब पी.वी. नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह ने उद्योग को खोला और हमने सार्वजनिक-निजी भागीदारी मोड में प्रवेश किया। उन्होंने आगे बताया कि तीसरे गुजरात में नरेंद्र मोदी के 12 साल के लंबे शासन के दौरान ब्रेक मिला। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि यह एक बहुत अच्छा अनुभव था। लेकिन मैं आपको बताता हूं कि मोदी जी से आपको कभी कोई निजी मदद नहीं मिल सकती है। आप उन राष्ट्रहित की बातें कर सकते हैं, लेकिन जब कोई नीति बनाई जाती है, तो वह सभी के लिए होती है, केवल अडानी समूह के लिए नहीं।