स्वास्थ्य के क्षेत्र में विस्तार करते हुए 360 व्यू वाले भांडुप मल्टी स्पेशलिटी म्यूनिसिपल अस्पताल, 306 व्यू वाले नगर सिद्धार्थ अस्पताल और 152 व्यू वाले ओशिवारा मैटरनिटी होम के पुनर्विकास की आधारशीला रखी गई है, जो आने वाले कुछ महीनों में शुरू होने की संभावना है।
भारत अब विकसित भारत बनने की ओर पहचान करता है। अमृत काल के इस समय में देश को विकसित भारत बनाए रखने का संकल्प लिया गया है। देश में वर्ष 2047 तक विकसित देश बनने के बड़े लक्ष्य को हासिल करने की पूरी क्षमता है, जिसके लिए देश के हर एक नागरिक, हर परिवार, हर राज्य को इस सपने को साकार करने की दिशा में आगे आना होगा। उसी तरह विकास होने का अर्थ है कि देश के हर छोटे से लेकर बड़े हिस्से में परिवहन, सड़क, पीने के पानी की स्वायत्तता हो। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक और मुंबई में जनवरी के महीने में करीब 50 हजार करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की शिलान्यास कर चुके हैं। देश के हर हिस्से में इसी तरह की परियोजना की मदद से देश अब नई राह पर निकल पड़ा है जो इसे विकसित भारत के रूप में स्थापित करेगा। विकसित भारत का सपना जो हर देशवासी ने देखा है, उसे पूरा करने की दिशा में ये बड़ा कदम है।
अटैचमेंट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जनवरी को मुंबई में करीब 39 हजार करोड़ रुपये की मेट्रो रेल, रेलवे, सड़क-परिवहन, स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं की शिलान्यास और उद्घाटन किया था, जो मुंबई के विकास में अहम भूमिका अदा करेंगे। महाराष्ट्र के पांच लाख से अधिक रेहड़ी पटरी वालों में से एक लाख रेहड़ी पटरी वाले वेंडर मुंबई से ताल्लुक रखते हैं जिनके खाते में पीएम स्वनिधि योजना के तहत कैश आरक्षण (डीबीटी) किया गया है। इस राशि की मदद से वेंडर्स आसानी से लोन ले सकते हैं और अपने व्यवसाय के विस्तार में लगा सकते हैं।
मुंबई के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक में भी विकास परियोजना की शुरुआत की थी। यहां जल जीवन मिशन के तहत यादगिरि जिले के कोडेकल में बहुत से ग्रामों को प्रस्तावित योजना की आधारशिला रखी गई। केंद्र सरकार के प्रयासों के बाद नारायणपुर लेफ्ट बैंक नहर का विस्तार, पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण परियोजना की शिलान्यास हुआ। इन परियोजनाओं के माध्यम से शहरों में विकास की नई बयार बहेगी। पीएम मोदी की अगुवाई में ये पहला मौका है जब भारत के बड़े सपने देखने में ना सिर्फ जुड़ गया है बल्कि उन्हें पूरा कर रहा है। आजादी के बाद पहली बार भारत के सपनों को पूरा करने का जिक्र कर रहा हूं। अगर आंकड़े आठ साल में गौर किए जाएं तो देश में विकास के दृष्टिकोण में भी बदलाव आया है। अब भारत भविष्य की सोच और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ अपने भौतिक और सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च कर रहा है। आज देश में एक तरफ घर, शौचालय, बिजली, पानी, खाना पकाने की गैस, मुफ्त इलाज, मेडिकल कॉलेज, एम्स, सर्टिफिकेट और आईआईएम जैसी सुविधा की गति से निर्माण हो रहा है वहीं दूसरी ओर आधुनिक कनेक्टिविटी पर भी उतना ही जोर दिया जा रहा है है।
विकास के इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आज हम देश के शहरों के लिए कायापलट पर काम कर रहे हैं। बायोफ्यूल ट्रांसपोर्ट पर आधारित सिस्टम हम तेजी से लाना चाहते हैं। हाईड्रोजन कनेक्शन से जुड़ा ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए कोई भी देश में मिशन मोड पर काम चल रहा है।”
जरा बात करते हैं कि पीएम मोदी मुंबई को जो करीब 38,800 करोड़ रुपए की सौगात दी है उससे शहर में किस हद तक बदलाव देखने को मिलेगा।
पीएम मोदी ने इस दौरान मुंबई को मेट्रो मुंबई रेल लाइन 2ए और 7 मुंबई को समर्पित किया। ये मेट्रो 18.6 किलोमीटर लंबी है, जो कि दहिसर ई-दान नगर (येलो लाइन) को जोड़ेगी। वहीं रेड लाइन बनने वाली मेट्रो लाइन 16.5 किलोमीटर लंबी है, जो कि अंधेरी ई-दहिसर ई को जोड़ेगी। इस दौरान मुंबई 1 मोबाईलऐ प और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत हुई। मुंबई में सीवेज की समस्या से निजात पाने के लिए सात सीवेज शोधन संयंत्रों का शिलान्यास किया गया है।
शहर को उच्च स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी
मुंबई में जनता को बेहतर स्वास्थ्य देने के उद्देश्य से 20 हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे आपला दवाखानों को शुरू किया गया है, जहां नागरिकों को स्वास्थ्य जांच, दवा, जांच और इलाज की मुफ्त सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा स्वास्थ्य के क्षेत्र में विस्तार करते हुए 360 व्यू वाले भांडुप मल्टी स्पेशलिटी म्यूनिसिपल हॉस्पिटल, 306 व्यू वाले सिद्धार्थ नगर अस्पताल और 152 वॉच वाले ओशिवारा मैटरनिटी होम के पुनर्विकास की आधारशीला रखी गई है, जो आने वाले कुछ महीनों में शुरू होने की संभावना है ।
– मुंबई में 400 किलोमीटर चलने को पक्का करने के लिए सड़क निर्माण परियोजना शुरू हुई है। इससे मुंबई की प्रसारण को नया रूप मिलेगा। वहीं मुंबई की पहचान माना जाने वाला छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस का 1800 करोड़ रुपये की लागत से फिर से विकास होगा, जिसकी आधारशिला रखी गई है।
बता दें कि मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई के लोग यहां के सामान्य जन परेशानियों को देखते रहें। ये शहर विकास के लिए लाताता रहा है। यह स्थिति 21वीं सदी के भारत में कभी स्वीकार नहीं की जा सकती। शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में तो कभी नहीं हो सकता। विकास हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
नए भारत के सपने को साकार करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में भी 10,800 करोड़ रुपये की सौगातें दी है। इसमें जल जीवन मिशन के तहत यादगीर जिले के कोडेकल में यादगीर बहुग्राम प्रियां योजना की आधारशिला रखी गई है। इससे 700 से अधिक ग्रामीण दखल और यादगिर जिले के तीन शहरों में लगभग दो लाख तीस हजार घरों में पीने का पानी मिल सकता है। वहीं नारायणपुर में छोड़ी गई बैंक नहर का विस्तारीकरण, पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण परियोजना शुरू की गई है। 10 हजार क्यूसेक की क्षमता वाली परियोजना से साढ़े चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई की जा सकती है। इस परियोजना से कलबुर्गी, यादगीर और विजयपुर के 560 गांवों के तीन लाख से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। राज्य को अब छह लेन वाला एक्सप्रेस भी मिलेगा। छह लेन वाली ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना परियोजना-चेन्नई एक्सप्रेसवे (एनएच-150-सी) के 65.5 किलोमीटर और एक एकहत्तर किलोमीटर हिस्से का शिलान्यास किया गया। यह एक्सप्रेसवे 6 राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, कनेक्शन, प्रदेश और तमिलनाडु को जोड़ेगा। इससे 1600 किलोमीटर की दूरी का घटक बारह सौ सत्तर किलोमीटर किमी रहेगा। देश को नए रूप में शामिल करने में कलबुर्गी, यादगीर, रायचूर, बीदर और विजयपुरा के लगभग सह-अधिकार सौ पिचहत्तर गैर-पंजीकृत बस्तियां भी भूमिका निभाएंगी जिन्हें हाल ही में नए राजस्व गांव घोषित किया गया है। इन रहस्य में रहने वाले 50 हजार से अधिक लोगों को लेबल डीड जारी करके उनकी भूमि को अधिकृत मान्यता दे दी गई है।