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वर्तमान में पंचायती राज विभाग के सचिव एक्का ने झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के मद्देनजर इस महीने की शुरुआत में 24 मार्च के बाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने का समय मांगा था।
झारखंड झारखंड हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, भारतीय जंपिंग सेवा के एक अन्य अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ दर्ज मामलों से संबंधित धनशोधन मामले की जांच की स्थिति में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रूप में पेश किए गए। वर्तमान में पंचायती राज विभाग के सचिव एक्का ने झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के मद्देनजर इस महीने की शुरुआत में 24 मार्च के बाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने का समय मांगा था।
विधानसभा सत्र 23 मार्च को समाप्त हो गया था। केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, एक्का मनरेगा योजना में कथित काल्पनिकताएं और पूजा सिंघल के खिलाफ मामलों से जुड़े धनशोधन की जांच के दायरे में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के सामने पेश हुए। गूगल के पूर्व महासचिव पर आरोप है कि उन्होंने एक निजी स्थान पर आधिकारिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे। उन सभी पर आरोप लगाए जाने के बाद धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें फेसबुक से हटा दिया गया।
ईडी के अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी मनरेगा घोटाला के साथ-साथ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है जिसके तहत राज्य के खनन क्षेत्र में कथित कथित व्यक्तियों में सिंघल की भूमिका की भी जांच कर रही है। राज्य सरकार ने पहले एक्का के खिलाफ अपराध घोटाला की जांच के लिए झारखंड उच्च के पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया था।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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