नई दिल्ली: जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का 75 साल की उम्र में गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में निधन हो गया है। उनके निधन से राजनीति जगत में शोक है और उनके सन्नाटे के बीच निराशा है। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस खबर की पुष्टि की है।
जन्म कहाँ हुआ था?
शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के अखमाउ गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में सूचना हासिल करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया था। उन्होंने रॉबर्टसन मॉडल साइंस कॉलेज से स्नातक किया था। उन्हें पढ़ाई में काफी समझा जाता था।
कैसे हुई राजनीति की शुरुआत
वह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे। 1971 में जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, जबलपुर मध्य प्रदेश में वे छात्र संघ के अध्यक्ष बने रहे। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत लालू, घेरों और एचडी देवघरों के साथ हुई थी। वह डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचार काफी प्रेरित थे, जिसकी वजह से वह कई लोहिया के आंदोलनों में शामिल रहे। मीसा के तहत 1969-70, 1972 और 1975 में उन्हें हिरासत में भी लिया गया।
पहली बार 1974 में सांसद बने
वह पहली बार वर्ष 1974 में मध्य प्रदेश की जबलपुर सीट से सांसद बने थे। 1977 में वे फिर इस सीट से सांसद बने। 1986 में वे राज्यसभा से भी सांसद चुने गए थे। 1989-90 में वे कपड़ा और खाद्य कार्यकारी मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री भी रहे। वर्ष 1998 में उन्होंने जनता दल यूनाइटेड नाम से पार्टी बनाई थी, जिसकी मदद से जॉर्ज फर्नांडीस ने की थी। वर्ष 1999 में उन्होंने नागरिक उद्योग मंत्रालय का भी संचालन किया और 2001 में केंद्रीय मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाई।
वह एक ऐसे नेता के रूप में जा रहे हैं, जो तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार) से सोमवार तक फिर गए। उन्हें बिहार के वर्तमान सीएम नीतीश कुमार के दिशानिर्देश भी मानते थे।