नई दिल्ली। 4 महीने की गिरावट के बाद शेयर बाजार (Stock Marekt) में तेजी का चिलिश जारी है. सेंसेक्स निचले स्तर से 10 प्रतिशत तेजी से पुराना है। इन रिटर्न्स को देखकर आम धारणा भी शेयर बाजार की ओर आकर्षित हो जाती है, लेकिन बाजार के जोखिम से उनकी बढ़ोतरी का डर पैदा हो जाता है। ऐसे में आपस में म्यूचुअल फंड (बेस्ट म्यूचुअल फंड) में पैसा लगाने का अच्छा विकल्प हो सकता है। जानकार कहते हैं कि म्युचुअल फंड का पैसा भी बाजार में ही लगता है, लेकिन इसमें आपके लिए एक जानकारी है जिससे किसी बाजार का जोखिम कम हो जाता है।
सबसे पहले तो आपको ये तय करना है कि आपके निवेश का मकसद क्या है, आप कितना निवेश कर सकते हैं और किस समय के लिए इसमें बने रह सकते हैं। अगर आप साल-दो साल के लिए निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग-अलग म्युचुअल फंड होंगे। अगर आपको 5, 7, 10 साल या इससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए दूसरे म्यूचुअल फंड होंगे।
मतलब साफ है कि सही म्युचुअल फंड का चुनाव इसी बात पर स्थायी रूप से करता है कि आपकी निवेश अवधि क्या है। मिसाल के तौर पर, अगर आप छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आप डेट फंड या इंश्योरेंस फंड का चुनाव कर सकते हैं। वहीं अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो फिर आपके लिए म्यूचुअल फंड सही रहेगा।
एफडी से ज्यादा मिल रहा है रिटर्न- मनी कंट्रोलर द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, स्मॉल कैप इक्विटी म्यूचूअल फंड्स में पिछले एक महीने में 10 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिला है। वहीं, एफडी पर रिटर्न देखता है तो सिर्फ 5 प्रतिशत।
अब क्या करें- ऐसे में सिस्टमैटिक निवेश योजना (एसआईपी) आपको म्यूचुअल फंड स्कीमों में नियमित निवेश करने की सहूलियत देता है। सूचना म्युचुअल फंडों में निवेश का सबसे अच्छा तरीका है। एसआईपी में निवेश शुरू करने के लिए कुछ सट्टेबाजी को पूरा करने की जरूरत है। जिनके बारे में नीचे बताया गया है। स्कीम के प्रकार, उसका प्रदर्शन, एक्सपोजर और आपके लक्ष्य के होश से एसआईपी शुरू करना चाहिए। एसआईपी शुरू करने से पहले केवाईसी को पूरा करना है। इसे हमेशा सुधारें। दुर्घटना शुरू या ऑनलाइन दोनों तरीकों से एसआईपी कर सकते हैं।
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एस इंस्पेरट्रकशन के साथ संभव एकमुश्त निवेश भी कर सकते हैं। -एसआईसी इंस्ट्रक्शन में कोई बदलाव करने पर फिर से एसआईपी को शुरू करना पड़ता है। इसके लिए पूरी प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की जरूरत पड़ सकती है। इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के लिए इस पेज का सामग्री केंद्र। गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान।
घर बैठे कर सकते हैं शुरू-एसआईपी शुरू करने के तरीके से इसके लिए एक फॉर्म भरने की आवश्यकता है। इसे फंड हाउस से खरीदा जा सकता है। फंड हाउस की वेबसाइट से इसे डाउनलोड भी किया जा रहा है। इसमें एक ऑटो एनएसीएच मैनडेट भी भरा हुआ है।
इसके अलावा केवाईसी दस्तावेजों के साथ रद्द किए गए चेक की प्रति को लगाने की आवश्यकता है। इन केवाईसी दस्तावेजों में पहचान और पहचान का प्रमाण शामिल है। ये दस्तावेज इनवेस्टर सर्विस सेंटर या AMC के कार्यालयों में जमा हो सकते हैं।
ऑनलाइन तरीके से ऑनलाइन कैसे से भी एसआईपी किया जा सकता है। इसके लिए ये विकल्प निर्धारित हैं। फंड हाउस की वेबसाइट अपना निजी ब्योरा, एसआईपी और बैंक का विवरण दर्ज करके फंड हाउस की वेबसाइट से आई-एसआईपी सुविधा का इस्तेमाल करके एसआईपी शुरू किया जा सकता है। डिटेल्स भरने पर एक यूआर खाते होंगे।
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इसके बाद में आपके बैंक खाते के फायदों के बारे में सोचने की जरूरत है। फिर वे ‘बिलर’ के तौर पर म्यूचुअल फंड को जोड़ सकते हैं। एसआईपी इंस्ट्रक्शन को इनेबल करने के लिए यूरेन की जरूरत होगी।
डिस्ट्रीब्यूटर पोर्टल- म्यूच्यूअल फंड्स के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए सब्सक्राइबर डिस्ट्रीब्यूटर पोर्टल या बैंक जैसे म्यूच्यूअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर पोर्टल प्राधिकरण अधिकार जताते हैं। इन पोर्टल के जरिए आसानी से एसआईपी किया जा सकता है। अगर पोर्टल पर ऑटो एसआईपी के लिए बैंक मैंडेट पहले से रजिस्टर है तो यह इस्तेमाल एसआईपी के लिए भी हो सकता है।
म्यूच्यूअल फंड परिवर्तनशीलता पोर्टल- म्यूच्यूअल फंड के लिए कई तरह के ट्रांजेक्शन पोर्टल हैं। इनमें से फंड हाउस के रजिस्ट्रार या फ़ॉर्मू (म्यूचुअल फंड यूटिलिटी) प्लेटफॉर्म की ओर से राइटिंग करने वाले पोर्टल शामिल हैं। इन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके भी एसआईपी शुरू किया जा सकता है।
नेवी के बारे में जानना बेहद जरूरी है-मान लेते हैं कि म्यूचुअल फंड की एक कनेक्शन में आप 10 हजार रुपये का निवेश करते हैं। इसकी एनवी 200 रुपये है। इस स्थिति में आपको 50 इकाई। कैसे? 10,000 से 200 से भाग लेने पर आपको 50 मिलते हैं। 10,000/200=50। निवेश में निवेश करने पर ये यूनिट आपको मिलती है। खरीद-फरोख्त में इन सीमित इकाइयों का सबसे अधिक महत्व है।
अब मान समर्थन कि एक साल में 200 रुपये से 250 रुपये की नाव हो जाती है और आप इसे बेचने का फैसला करते हैं। तब क्या होगा? अब आपको 12,500 रुपये मिलेंगे। 50 यूनिट को 250 रुपये से गुणा करने पर यह रकम बनेगी। 50*250=12500. लेकिन यहां एक बात पर ध्यान देना होगा. मान प्रेरित कि एक प्रतिशत की दर से एकजिट लोड लगता है तो आपको अब 12,375 रुपये ही मिलेंगे। इसका फॉर्मूला यह है: 50 यूनिट * 247.50 रुपये एनवी – एक्जिट लोड।
इस तरह एनवी म्यूचुअल फंड निर्णय के एसेट का मूल्य है, जिसे प्रति यूनिट पोर्टफोलियो घटाकर निकाला जाता है। एनवी कैश के साथ रखी गई सभी सिक्योरिटी की कुल कीमत है। जैसा कि आपने देखा है कि इसकी गणना इकाई के आधार पर होती है जिसमें सभी प्रतिभागियों को घटाया जाता है।
अगर किसी प्रमाण की अधिकांश प्रमाणीकरण हो जाता है, तो एनवी भी निर्दिष्ट हो जाता है। अगर घटेगी तो एनवी घटेगी। यानी एनवी निगम के रहस्यों की बढ़ती हुई घटती है। सिक्योरिटी का मतलब इक्विटी और डेट दोनों तरह से होता है। इसमें इक्विटी शेयर, बॉन्ड, डिबेंचर, कॉमर्शियल पेपर आदि शामिल हैं।
कुल मिलाकर स्कीम अगर अच्छाछा निवेश करता है तो इसका एनवी में आरोप लगाया जाएगा। यानी निवेश का मूल रूप से बढ़ना होगा। अगर स्कीम का निवेश घटता है तो उसका एनवी पर भी असर दिखाई देता है।
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प्रथम प्रकाशित : 17 जून, 2020, 06:14 IST