
गोरखपुर समाचार: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर अन्यथा विद्यालय में सम्मिलित असिस्टेंट प्रोफेसर मानदेय पर नौकरी देने का दावा करने वाले डॉ। पूर्णानंद मल्ल शास्ता के पक्ष में धरने पर बैठ गए। तीन सूत्रीय सांकेतिक को लेकर धरणे बैठे पर असिस्टेंट प्रोफेसर ने प्रयागराज में मारा जाक माफिया अतीक अहमद की पत्नियों शाइस्ता के साथ नरगरी की मांग को लेकर पुलिस और जांच की तलाश पर आ गए हैं।
उन्नीस शास्ता के साथ नरभक्षी, कोर्ट में पेश करने और उसके साथ सम्यक् व्यवहार करने की मांग को लेकर पुलिस और सुरक्षा मुक्तियों के कान खड़े कर दिए। हालांकि धरना देने के समय ही पुलिस ने वहां से हटा दिया। लेकिन बाद में उनका कहीं पता नहीं चला।
गांधी प्रतिमा के व्यक्तिगत शनिवार को धरने पर बैठे
गोरखपुर विश्रामविद्यालय में छह साल तक मानदेय पर आरोप असिस्टेंट सेवाओं देने वाले डा. संपूर्ण नंद मल्ल के घाट केंट थानाक्षेत्र के गांधी प्रतिमा के निज रूप से धरने पर बैठे। उन्होंने बताया कि वे राष्ट्रपति और सुप्रीम न्यायालय को पत्र लिखने के बाद आज धरने पर बैठे हैं। उनके धरने के बाद ही पुलिस और सुरक्षा दस्तावेजों के हाथ-पांव फूलने लगे। इसके बाद उन्होंन आनन-फानन में वहां से हटा दिया गया। डॉ. सम्पूर्णानन्द ने बताया कि उनकी मांग है कि अतीक अहमद के परिवार को ब्योजह परेशान नहीं किया जाएगा। कानूनी तौर पर उसके साथ सम्यक् व्यवहार किया जाएगा।
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को परेशान करने का आरोप
डा. पूर्णानंद के मुताबिक अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को जिस तरह पुलिस परेशान कर रही है, वो सही नहीं है। वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि शाइस्ता को इस तरह से परेशान न करें। कानून के दायरे में बड़ी कार्रवाई की जाए। यूपी और पूरे देश में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
अतीक और अशरफ के पक्ष में पूनाता में अलविदा की नमाज के बाद नारेबाजी के बाद से माहौल गरमा गया है। शुक्रवार को जुमे के दिन अलविदा की नमाज के बाद हुई इस नारेबाजी की घटना अभी भी नहीं हुई थी कि गोरखपुर में शनिवार को डॉ. पूर्णानंद के धरने पर बैठने से माहौल गरमा गया है। बताया जा रहा है कि डॉ. पूर्णानंद डीडीयू में मानदेय पर सेवाएं दे रहे हैं। किसी प्रकरण में वहां से हटा दिया गया। वे 6 साल तक डीडीयू में नौकरी खो चुके हैं।
अतीक और लड़के असद की जान-बूझकर हत्या कर दी गई
डा. पूर्णानंद ने धरना के दौरान कहा कि अतीक अहमद और उनके लड़के की हत्या कर दी गई है। अब शाइस्ता की तलाश में पुलिस लगी है। ऐसे में उन्हें डर है कि शाइस्ता के पकड़े जाने के बाद पुलिस उनके साथ कोई घटना घटित हो सकती है। वे मांग करते हैं कि शाइस्ता के साथ नरभक्षी बरती जाए। क्योंकि जिसके बेटे पति और देवर की हत्या हो जाए, उसके ऊपर क्या गुजरेगी। यह सिर्फ वो ही जान पाएंगे। उनकी मांग है कि शाइस्ता को बड़े न्यायालय में पेश किया जाए। उसके साथ नर बरती जाओगे। वे हत्या के मुकदमों का सामना करने के बाद कानून के दायरे में आने की बात कह रहे हैं।
डर के माहौल के कारण शाइस्ता नहीं कर ही सरेंडर
शाइस्ता के ऊपर कई गंभीर दोष, इनाम घोषित होना और सरेंडर कर देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पुलिस ने इतना डर का माहौल बना दिया है। कैसे कोई सरेंडर कर लिमिट. उन्होंने कहा कि असद का एनकाउंटर हुआ, तो दोनों तरफ से फायरिंग हुई। लेकिन यह सोची समझी साजिश के तहत बच्चे की हत्या की गई है। एसटीआई ने एकतरफा गोली मारी है। पूरे प्रदेश में डर का माहौल बना दिया गया है। वे मांग करते हैं कि पुलिस कानून के दायरे में आने वाली बड़ी कार्रवाई करें।
शाइस्ता को अल्पसंख्यक में बताया गया है
यूपी में इतना खौफनाक माहौल बनाया जा चुका है कि बेटा, पति और देवर की मर्डर हो गई है। शाइस्ता नंबर के कारण भिज है और सरेंडर नहीं कर रही है। उसके पति को जब गोली मार दी गई, तो वो हथकड़ी में पुलिस की कस्टडी में था। जब उसे कोर्ट द्वारा आधार कारावास की सजा दी गई, तो गोली कैसे मार दी गई। क्योंकि तब वह पुलिस कस्टडी में है। शाइस्ता को सरेंडर करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्यों सरेंडर कर दे। क्या पता कि पुलिस उसके साथ भी कोई घटना घटित कर दे।
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