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पाकिस्तान में आटा 200 रुपये किलो जबकि भारत में अनूप खन्ना सिर्फ 5 रुपये में खाना दे रहे हैं पाकिस्तान में 200 रुपये किलो आटा, भारत में सिर्फ 5 रुपये में भोजन देते हैं ये शख्स; अमिताभ बच्चन भी कायल

पाकिस्तान में अनुबंध की जंग (बायें) बनाम भारत में 5 रुपये में भोजन देते हैं अनूप उपलब्धि (दाएं)- India TV Hindi

छवि स्रोत: फ़ाइल
पाकिस्तान में अनुबंध की जंग (बाएं) बनाम भारत में 5 रुपये में भोजन दें

पाकिस्तान बनाम भारतीय: बड़बोले पाकिस्तान में आटा, दाल, चावल और चीनी के भी आ रहे हैं। पाकिस्तानी जनता भूख से तड़प रही है। कश्मीर पाने का ख्वाब देखने वाले पाकिस्तान में कंगाली छा गए हैं। स्थिति यह है कि यहां आटा भी 200 रुपये प्रति किलो और उससे भी अधिक दाम में बिक रहा है। पाकिस्तान की हालत श्रीलंका से भी बदतर होने वाली है। अपने लोगों को भूख से बचाने के लिए पाकिस्तान दुनिया भर में कटोरा लेकर भी मांग रहा है। मगर पाकिस्तान जिस भारत से बराबरी का सपना देखता है,वहां आटा सिर्फ 30 से 35 रुपये प्रति किलो है और अर्थव्यवस्था भी मजबूत स्थिति में है।

इतना ही नहीं भारत में एक शख्स ऐसा है जो पिछले 8 सालों से सैकड़ों लोगों को सिर्फ 5 रुपये में 3 स्टार होटल जैसा भोजन करते आ रहे हैं। वहीं पाकिस्तान में लोग भूख से बिलबिला रहे हैं। इसलिए भारत के इस शख्स की देश-दुनिया में उम्मीद हो रही है। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी इनमें से हैं। चलिए आपको बताते हैं कि भारत में सिर्फ 5 रुपये में अच्छी क्वालिटी के भोजन देने वाले ये शख्स कौन हैं और इस दौर में इतने खराब खाना क्यों और कैसे दे पा रहे हैं?

भारत सहित दुनिया भर में कई बार सुर्खियां बने सड़कों में सज्जन का नाम अनूप फाइलें हैं, जो करीब 8 साल से उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर 29 में “रोजगारों की रसोई” चला रहे हैं। वह सेक्टर 47 के निवासी हैं। सिर्फ 5 रुपये में “दादी की रसोई” में देसी घी का कसा हुआ अरहर की दाल, मिक्स वेज, दाल मखनी, मटर-पनीर, छोले, राजमा, बासमती राइस, तवा रोटियां, फल, बिस्कुट, पेड़े, रसगुल्ले, गुड़ आदि और भी बहुत कुछ कुछ मिलता है। खास बात यह है कि “दादी की रसोई” का मेन्यू रोज अपडेट रहता है। भोजन की गुणवत्ता इतनी सूक्ष्म है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण विभाग के भोजन अधिकारी यहां और चौकसी के लिए स्वयं स्वाद चखने के बाद “एक ग्रेड” का प्रमाण पत्र दे चुके हैं। खास बात यह है कि अनूप हासिल करने के लिए कोई ट्रस्ट नहीं चलता, बल्कि वह खुद से ऐसा करते हैं।

राष्ट्रपति भवन में विफल हो गए हैं

अनूप फाइलें 5 रुपये में सिर्फ भोजन ही नहीं देते, बल्कि वह 10 रुपये में चित्र को कपड़े और अपने प्रधानमंत्री जन औषधि स्टोर से बीमारों को उचित उपाय भी देते हैं। उनका लक्ष्य जरूरी मंदिरों को “रोटी, कटोरा और दवाई” देना है, जिसे वह 8 साल से कर रहे हैं। खाने के लिए 5 रुपये चार्ज करने के सवाल पर अनूप का कहना है कि वह चाहते हैं तो लोगों को मुफ्त भोजन भी दे सकते हैं। मगर 5 रुपये इसलिए खाते हैं ताकि यहां आने वाले हर शख्स का स्वाभिमान जिंदा रहे। यदि मुफ्त में भोजन दें तो बहुत से चित्र यहां खाने से खाते हुए देखते हैं। मगर 5 रुपये देने से उनका स्वाभिमान जिंदा रहता है। “दादी की रसोई” में वह भोजन के साथ ही लोगों को अनुशासन भी सिखाते हैं, यहां भोजन लेने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को लाइन में लगना है।

इन सीमित अदाओं से प्रभावित अनूप लाभार्थियों को करीब 3 बार राष्ट्रपति भवन में बुलाकर सम्मानित किया गया है। दादी की रसोई में नोएडा के विधायक पंकज सिंह से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सदस्य डॉ.महेश शर्मा सहित नोएडा प्राधिकरण के पूर्व सीईओ रामरामन सहित कई अन्य बड़े अधिकारी और नेता लाइन में लगकर भोजन कर चुके हैं और अपनी सेवा भी ले रहे हैं ।

अमिताभ बच्चन के साथ अनूप फाइल (फाइल)

छवि स्रोत: फ़ाइल

अमिताभ बच्चन के साथ अनूप फाइल (फाइल)

अमिताभ बच्चन भी कायल हैं
इस दौर में जहां 5 रुपये में चाय भी नहीं मिलती,वहां सिर्फ 5 रुपये में 3 स्टार होटल जैसे क्वालिटी वाले भोजन देने पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी अनूप धारण के कायल हैं। अमिताभ बच्चन कौन बने करोड़पति में भी अनूप की उपलब्धि की कामना करते हैं। अमिताभ ने उन्हें “अन्नद्रष्टा” और “अन्नपूर्णा” की संज्ञा से नवाजा था। अनूप बेटियों की खास बात यह भी है कि वह लोगों को अपने हाथों से ही भोजन परोसते रोजाना देखे जा सकते हैं। ऐसा वह सेवा भाव से करते हैं।

उनका कहना है कि कई लड़के खाना परोसने के लिए भी रखते हैं, लेकिन जब तक वह अपने हाथ से कार सर्विस नहीं करते, तब तक रात को नींद नहीं आती। उन्होंने “दादी की रसोई” की शुरुआत अपनी मां की इच्छा पर शुरू की थी। देश भर के लोगों को भूख और गरीबी से बचाने के मॉडल पर चर्चा के लिए भी भारत सरकार की ओर से अनूप लाभार्थियों को राष्ट्रपति भवन में बुलाकर उनकी सलाह ली गई। पाकिस्तान में छाई कंगाली के बीच सोशल मीडिया पर अनूप नामांकन की जमकर तारीफ हो रही है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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