

प्रतिरूप फोटो
गूगल क्रिएटिव कॉमन्स
मोटापे ने एक जनवरी को धंगरी गांव में एक खास समुदाय के कई घरों को निशाना बनाकर शूटिंग की थी। उस गांव में घटना में सात लोगों की मौत हो गई थी और 14 लोग घायल हो गए थे।
राज्य में आतंकवादी घटनाओं के मद्देनजर पुलिस और सुरक्षा बलों ने गजतंत्र दिवस समारोह से पहले पूरे बड़े क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजौरी जिले के कुछ हिस्सों में विश्वसनीयता का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। मोटापे ने एक जनवरी को धंगरी गांव में एक खास समुदाय के कई घरों को निशाना बनाकर शूटिंग की थी। उस गांव में घटना में सात लोगों की मौत हो गई थी और 14 लोग घायल हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि सेना सहित सुरक्षा दस्तावेजों ने आज सुबह पुंछ, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और रियासी के विभिन्न क्षेत्रों में तलाशी और घेराबंदी अभियान (सीएसआईओ) शुरू किया। उन्होंने कहा कि सेना और सीआरपीएफ की मदद से पुलिस राजौरी के नौशेरा, बुधाल, धर्मसाल और कालाकोट सहित हरियाली के अलावा सुंदरबनी के जंगल और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के इलाके में घर-घर गली ले रही है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने डोडा जिले की ठथरी और आसपास के इलाके, किश्तवाड़ के विभिन्न हिस्सों, रामबन और रियासी के अलावा पुंछ जिले के बड़े इलाके में भी घर-घर की तलाशी शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि संदिग्ध दहशत की स्थिति के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है, लेकिन गणतंत्र दिवस से पहले किसी भी खतरे को खत्म करने और इलाके की सुरक्षा के लिए तलाशी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों के मद्देनजर सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
अन्य समाचार



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें