विपुललाल अमृत शाह ने पश्चिम बंगाल में अपनी फिल्म द केरल स्टोरी के बैन होने पर प्रतिक्रिया दी है। इसके बारे में बात करते हुए और तमिलनाडु में थिएटर के कुछ स्क्रीनिंग को रोकने के बारे में बात करते हुए उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘अगर उन्होंने ऐसा किया है, तो हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। कानूनी के प्रावधानों के तहत जो भी संभव होगा, हम लड़ेंगे।’
‘एक आदमी की वजह से रोकी गई फिल्म’
विपुल शाह ‘द केरल स्टोरी’ के लिए जनता से मिल रहे रिस्पांस से खुश हैं और उन्होंने सबका धन्यवाद भी किया है। तमिलनाडु में फिल्म जारी न होने पर विपुल शाह ने फिल्मों को जारी करने के लिए तमिलनाडु सरकार से अपील की। विपुल शाह ने कहा, ‘एक आदमी की वजह से रोक रहा है जारी, जो गलत है। कोर्ट से स्पष्ट होने के बाद फिल्म रोकी जा रही है, तो जवाब देने वाले को रोक देना चाहिए। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे, क़ानून को फॉलो करेंगे, पश्चिम बंगाल में फ़िल्म को रोक दिया जाएगा तो हम लीगल लड़ाई लड़ेंगे, क़ानून के होश से एक्शन करेंगे।’ उन्होंने फिल्म को सांकेतिक या प्रचार करने वालों को जवाब दिया कि ‘ये देश का नाम है जिसे हमने सिनेमा पर दिखाया है।’
‘फिल्म रिलीज के लिए हाई कोर्ट तक जाएंगे’
विपुल ने आगे कहा, ‘देश की जनता को बहुत बहुत धन्यवाद, लोग बड़ी संख्या में फिल्म देख रहे हैं। ये फिल्म ज्यादा से ज्यादा देखें क्योंकि विषय बेहद महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी जी ने भी इस फिल्म के बारे में बात की। कुछ लोगों ने फिल्म का समर्थन किया, कुछ ने विरोध किया, लेकिन अब इस फिल्म को राष्ट्रीय स्तर पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हमारे लिए यह आवश्यक है। तमिलनाडु में सिर्फ एक इंसान की धमकी देकर रिलीज होने से रोक देता है। एक व्यक्ति ने धमकी देकर कंट्रोल कर लिया है। मैं तमिलनाडु के नेताओं और कांग्रेस की सरकार से निवेदन करता हूं कि इसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और इस फिल्म को कल तमिलनाडु में रिलीज करें। चेन्नई उच्च न्यायालय में कुछ लोगों ने पेटिशन की थी, जिसे उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है।’