मुंबई। फिल्म जगत की जानी-मानी और सीनियर रायडकरा उत्तरा बाओकर (Uttara Baokar) की 79 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। फिल्म अभिनेता मनोज जोशी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। बाओकर के निधन से फिल्म की जगह एक हलके में शोक की लहर दौड़ गई है। बाओकर ने अपने करियर में न सिर्फ फिल्मों और टेलीविजन बल्कि रंगकर्म के मंच पर भी अपना काम किया। दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने अभिनय की शिक्षा ली. बाओकर का जन्म 1944 में महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था। उत्तरा ने अपने फिल्मी करियर में तमस, सरदारी बेगम, कोरा पेपर, एक दिन अचानक, घर जैसी कई फिल्मों में काम किया था।
1984 में उत्तरा बाउकर को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1978 में उन्हें मृणाल सेन की फिल्म ‘एक दिन अचानक’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिया गया था। बाओकर ने न सिर्फ हिंदी फिल्मों बल्कि टीवी सीरियलों और मराठी फिल्मों में भी काफी काम किया। 1988 में उन्होंने गोविंद निहलानी के निर्देशन में बनी तमस् में नजर आई जो कि एक सीक्वल फिल्म थी और भीष्य साहनी के उपन्यास पर आधारित थी। पहले दूरदर्शन पर इसे एक लघु श्रृंखला के रूप में प्रसारित किया गया था। इसमें ओम पुरी, दीपा साही, अमरीश पुरी, एके हंगल, दीना पाठक, केके रैना, पंकज कपूर, सईद जाफरी जैसे कई कलाकार थे।
माधुरी दीक्षित की फिल्म में आज नचले में भी उन्होंने माधुरी दीक्षित की मां का छोटा सा किरदार निभाया था। इसमें वह ‘ओ रे राय’ गाने में भी नजर आए थे।
उन्होंने अपने करियर में उड़ान, सपने, रिश्ते कोरा कागज, नजराना, जस्सी जैसी कोई नहीं, कश्मकश जिंदगी की और जब प्यार हुआ जैसे तमाम टीवी सीरियल्स में भी काम किया।
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज न्यूज, सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: फिल्म उद्योग, टीवी अभिनेत्रियाँ
पहले प्रकाशित : 13 अप्रैल, 2023, 00:13 IST