
UNITED NEWS OF ASIA. मुंगेली | जिले में राष्ट्रीय महापरीक्षा अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के शिक्षार्थियों के लिए उल्लास साक्षरता परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर श्री राहुल देव ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को साक्षर बनने का अवसर मिलना चाहिए, इसलिए जो भी शिक्षार्थी 200 घंटे की अध्ययन अवधि में सात अध्याय पूर्ण कर चुके हैं, वे परीक्षा में भाग लें और राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान व राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण से प्रमाण पत्र प्राप्त करें।
2030 तक पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नव भारत साक्षरता कार्यक्रम (उल्लास) को 2022 से 2027 तक चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बनाना है।
परीक्षा केंद्रों की विशेष व्यवस्था
जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों के साथ बैठक कर परीक्षा केंद्रों में समुचित सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी. के. घृतलहरे ने बताया कि यह पहल उन लोगों के लिए है जो किसी कारणवश स्कूली शिक्षा से वंचित रह गए थे।
जिला परियोजना अधिकारी श्री रामनाथ गुप्ता ने जानकारी दी कि:
मुंगेली विकासखंड में 3,960 शिक्षार्थियों के लिए 151 परीक्षा केंद्र
लोरमी विकासखंड में 4,830 शिक्षार्थियों के लिए 152 परीक्षा केंद्र
पथरिया विकासखंड में 3,470 शिक्षार्थियों के लिए 153 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
कलेक्टर की अपील
कलेक्टर श्री राहुल देव ने जिलेवासियों से अनुरोध किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में परीक्षा में शामिल होकर इस अभियान को सफल बनाएं और साक्षरता के इस आंदोलन का हिस्सा बनें।



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