
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर । छत्तीसगढ़ के शासकीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र शुरू हुए डेढ़ महीना बीत चुका है, लेकिन लाखों बच्चों को अब तक पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल पाई हैं। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इसे सरकार की “अकर्मण्यता, उपेक्षा और शिक्षा विरोधी मानसिकता” का नतीजा बताया है।
शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के प्रति पूरी तरह से उदासीन हो चुकी है। बच्चों के स्कूली बैग अब तक खाली हैं और किताबें गोदामों में धूल फांक रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “क्यूआर कोड स्कैनिंग” का बहाना बनाकर किताब वितरण का कार्य रोक दिया गया है, जिससे न सिर्फ बच्चे, बल्कि शिक्षक भी परेशान हैं।
पीडीएफ से पढ़ाई की मजबूरी
कांग्रेस नेता ने बताया कि कई स्कूलों में बच्चों को किताबों की जगह पीडीएफ फॉर्मेट भेजे गए हैं, लेकिन ग्रामीण और इंटरनेट-वंचित क्षेत्रों में यह व्यवस्था बेमानी साबित हो रही है। “शिक्षक खुद पीडीएफ से पढ़ा नहीं पा रहे, परीक्षा नजदीक है और बच्चों के पास न किताब है, न सामग्री,” शुक्ला ने कहा।
पिछले सत्र की तरह किताबें फिर कबाड़ में?
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले सत्र में भी किताबें छात्रों तक पहुँचने की बजाय कबाड़ की दुकानों और रद्दी कारखानों तक पहुँच गई थीं। “सरकारी स्कूलों के बच्चों के हक की किताबें घोटालेबाज़ों की कमाई का जरिया बन रही हैं,” शुक्ला ने कहा।
गणवेश और साइकिल योजना भी ठप
शुक्ला ने दावा किया कि बच्चों को अब तक गणवेश और साइकिल भी नहीं मिली है। “साइकिल योजना तो इस सरकार ने पूरी तरह बंद ही कर दी है,” उन्होंने जोड़ा।
शिक्षकों की भारी कमी, नियुक्ति ठप
कांग्रेस संचार प्रमुख ने बताया कि राज्यभर के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। अकेले रायपुर जिले में ही स्वामी आत्मानंद स्कूलों में 250 से अधिक पद रिक्त हैं। “सहायक शिक्षक व्याख्याता का काम कर रहे हैं और हर महीने सैकड़ों शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने डेढ़ साल में एक भी नियमित नियुक्ति नहीं की,” उन्होंने कहा।
10463 स्कूलों का हुआ विलय, छात्रों पर प्रभाव
शुक्ला ने जानकारी दी कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर राज्य में 10,463 स्कूलों का डायस कोड मर्ज कर दिया गया है, जिससे प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक विद्यालयों की संख्या घटी है। “छात्र-शिक्षक अनुपात बिगड़ चुका है, पद घटा दिए गए हैं और शिक्षा का ढांचा चरमरा गया है,” उन्होंने कहा।
“भाजपा को शिक्षित युवा नहीं, अंधभक्त चाहिए”
अपने बयान में शुक्ला ने सरकार की मंशा पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि “भाजपा सरकार नहीं चाहती कि छत्तीसगढ़ के बच्चे पढ़-लिख सकें, उन्हें डर है कि पढ़ा-लिखा युवा सवाल पूछेगा। इसलिए शिक्षा को दुर्भावना से चौपट किया जा रहा है।”
कांग्रेस ने राज्य सरकार से तत्काल सभी स्कूली बच्चों को पाठ्यपुस्तक, गणवेश और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने, रिक्त शिक्षक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने तथा शैक्षिक ढांचे को सुदृढ़ करने की मांग की है।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :