
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में ‘उद्यमिता आयोग’ के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि यह आयोग राज्य में उद्यमशीलता को बढ़ावा देगा और रोजगार सृजन की नई संभावनाओं का अध्ययन करेगा। यह घोषणा उन्होंने राजधानी रायपुर में स्वदेशी जागरण मंच की अखिल भारतीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में की। इस अवसर पर उन्होंने मंच की ऐतिहासिक यात्रा पर आधारित पुस्तक “स्वदेशी की विकास यात्रा” का विमोचन भी किया।
स्वदेशी से होगा ‘विकसित छत्तीसगढ़ और भारत @2047’ का निर्माण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि “स्वदेशी अपनाना ही आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के पास प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता और दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति है, जो हमें वैश्विक औद्योगिक प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाने की क्षमता रखती है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में आ रहे परिवर्तनों को देखते हुए उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच जैसी संस्थाओं की भूमिका को और अधिक प्रासंगिक बताया।
‘मेक इन इंडिया’ से आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूत कदम
साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेक इन इंडिया” अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इससे देश में स्वदेशी उत्पादन को नई गति मिली है। सरकार ने उद्योगपतियों को प्रोत्साहित कर उद्योगों को संरक्षण और समर्थन प्रदान किया, जिससे अब भारत न केवल घरेलू आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी मजबूती से उभर रहा है।
बस्तर में स्वदेशी उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई रोशनी
मुख्यमंत्री साय ने नक्सल प्रभावित इलाकों में उद्योग स्थापित करने और स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और सुरक्षा बलों के प्रभावी प्रयासों से नक्सलवाद सीमित क्षेत्र में सिमट गया है। अब स्वदेशी उद्योगों के माध्यम से इन इलाकों में समृद्धि लाने का वक्त आ गया है।
नई औद्योगिक नीति: रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति को प्रदेश की प्राकृतिक संपदा और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया गया है।
- सिंगल विंडो सिस्टम लागू कर उद्योग स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है।
- स्थानीय संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
- युवाओं के कौशल विकास और रोजगार प्रशिक्षण के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है।
श्रेष्ठ उद्यमियों को किया गया सम्मानित, स्टार्टअप्स को मिलेगा प्रोत्साहन
इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के सफल उद्यमियों को “उद्यमिता प्रोत्साहन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा स्टार्टअप्स को सरकार हर संभव सहयोग देगी। इस दौरान स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर. सुंदरम, अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल, छत्तीसगढ़ प्रांत संयोजक जगदीश पटेल सहित देश के प्रतिष्ठित उद्यमी, प्रोफेसर, कुलपति, आर्थिक विशेषज्ञ और उद्योग जगत के दिग्गज बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में आर्थिक क्रांति की शुरुआत!
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ अब एक नए औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है। ‘उद्यमिता आयोग’ के गठन से राज्य में रोजगार के नए द्वार खुलेंगे, उद्योगों को गति मिलेगी और स्वदेशी अपनाकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जाएगा।













