
छत्तीसगढ़ समाचार: छत्तीसगढ़ के किले जिले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (अटल बिहारी वाजपेयी) के जन्मदिवस पर शिविर-2 संत रविदास नगर वार्ड में भारी बवाल हुआ। यह बवाल स्व अटल बिहारी फोटोग्राफी की प्रतिमा लगाने को लेकर हुआ। बीजेपी नेता और कार्यकर्ता वार्ड में बने अटल स्मृति उद्यान में प्रतिमा स्थापित हुई थीं। जिसका विरोध स्थानीय पार्षद और मोहल्ले के लोगों ने शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे विवाद ने उग्र रूप ले लिए और जमकर बवाल शुरू हो गए। मौजूदा पुलिस के तहत धारा 145 के बगीचे को सील कर दिया गया है। रेखीय के निर्देश के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
क्या था मामला
यह पूरा बावल वार्ड क्रमांक 37 रविदास नगर वार्ड स्थित अटल मेमोरी पार्क में पूर्व प्रधान मंत्री लेट एटल बिहारी इमेज की इमेज पर बीबीसी के नेता व कार्यकर्ता पहुंचे थे। बीजेपी नेता पहुंचे और उद्र प्रतिमा लगाने के विरोध में मोहल्ले वाले समेकन शुरू हो गए। स्थल पर पहुंचे स्थानीय सदस्यों ने भी मूर्ति लगाने का विरोध किया। कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवार के बीच धीरे-धीरे बातचीत का यह विवाद झटके-मुक्की में बदली स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने दबे पांव पहुंचकर मोर्चा कब्जा कर लिया।
कांग्रेसी पार्षद और स्थानीय लोगों ने किया विरोध
स्थानीय कांग्रेस पार्षद मन्नान खान का कहना है कि हम मूर्ति स्थापना का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम यह चाहते हैं कि मूर्ति स्थापना का पर मिशन है तो मूर्ति स्थापना कर दिया जाए, लेकिन भाजपा उम्मीदवार के पास मूर्ति स्थापना करने का मिशन नहीं था। इसलिए हमने और स्थानीय लोगों ने उसका विरोध किया है। कांग्रेस पार्षद का यह भी कहना था कि या एक छोटा सा गार्डन है।
यहां पर मुश्किल से 50 लोग आ सकते हैं। अब यहां रसूल की अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा लगाई जा रही थी। हमारे सिद्धांतों का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम यह कह रहे हैं कि अगर पर मिशन है तो लगता है हम भी आपका सहयोग करें।
बीजेपी नेताओं ने कही ये बातें
बीजेपी नेताओं के पास मूर्ति स्थापना के लिए भाजपा नेताओं के पास भूमि पर मूर्ति लगाने के लिए बीएसपी की परमीशन ही नहीं थी। उन्होंने एक पत्र दिखाया जो कि भिलाई निगम के मदर टेरेसा नगर जोन के जोन आयुक्त द्वारा भिलाई संयंत्र को परमीशन देने बाबत लिखा गया है।
इस मामले में सांसद विजय बघेल ने कहा कि बीएसपी के पास एनओसी के लिए लैटर भेजा गया, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया. एक महीने तक संबंधित स्थान से जवाब नहीं आता है तो उसे सहमति माना जाता है।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ
इस मामले में एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेई जी की मूर्ति को लेकर वहां विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी. स्थिति को देखते हुए पुलिस बल के साथ छावनी सीएसपी आईपीएस प्रभात कुमार भी जोखिम पर पहुंचे थे।
पुलिस बिना किसी विवाद के स्थिति को शांत करती है। इसके बाद वह गार्डन को धारा 145 की सील कर दिया गया। मिलर की अध्यक्षता में बनी समिति में इस मामले को रखा जाएगा। उसके बाद जो भी फैसला होगा उसके बाद पुलिस की आगे की कार्रवाई होगी।



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