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जिस न्यायिक सुधार से इजरायल में आपात स्थिति जैसे मामले, उसी नेतन्याहू की राह पर शाहबाज! कोर्ट के खुद के नाम से परेशान होकर उठाएंगे ये कदम?

पाकिस्तान की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट के जज मंसूर अली शाह और घबराए हुए ब्राजील खान मंडो खेल के असहमति पूर्ण निर्णय के बारे में विस्तार से बात की, जो प्रधान न्यायाधीश के किसी भी मुद्दे पर कार्रवाई के लिए स्वयं: संज्ञान निर्धारण की आलोचना की है।

इजरायली इन दिनों अपने घर की बगावत से दो चार हो रहा है। इजरायल में जनता की आवाज अमन और शांति के साथ उभरनी शुरू हुई थी। लेकिन सरकार और तंत्र दिखाई देते हैं तो इजरायल की जनता पर संग्राम करती नजर आई। इजरायल में इन दिनों न्यायिक सुधारों पर बवाल मचा है। उसी समय एक मुल्क ऐसा भी करता है जो इज़राइली के अभिप्राय पर व्यूअर शक्तियों में शॉट का मन बना रहा है। वो मुल्क कोई और नहीं बल्कि इन दिनों आर्थिक बदहाली पाकिस्तान को टक्कर दे रहा है। राजनीतिक जोखिम के लंबे इतिहास के लिए कर्ज के जाल में फंसा पाकिस्तान का हुक्मरान अब अदालतें फैसले देने के लिए नए फरमान लाने वाले हैं। पाकिस्तान के वजीर-ए-आलम शहबाज शरीफ ने कहा है कि अगर संसद प्रधान न्यायाधीश की शक्तियों को कम करने के लिए कानून नहीं बनाती है, तो इतिहास हमें माफ नहीं किया जाएगा।

न्यायपालिका पर नियंत्रण चाहते हैं शाहबाज

पाकिस्तान की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट के जज मंसूर अली शाह और घबराए हुए ब्राजील खान मंडो खेल के असहमति पूर्ण निर्णय के बारे में विस्तार से बात की, जो प्रधान न्यायाधीश के किसी भी मुद्दे पर कार्रवाई के लिए स्वयं: संज्ञान चयन और विभिन्न मामलों की सुनवाई के लिए पसंद की पीठ का गठन करने के लिए असीमित अधिकारों की आलोचना की जाती है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि इस बीच, पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को एक कानून के मसौदे को मंजूरी दे दी है, जिसमें पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायाधीश की विवेकाधीन शक्तियों को कम करने का प्रावधान है।

इजरायल में क्यों हो रहा है प्रदर्शन?

पिछले दो महीने से जनता लगातार इजरायल के न्यायिक सुधार का प्रदर्शन कर रही है। लेकिन 26 मार्च से इज़रायली जनता ज़ब्त है कि अब सैर पर जोर आजश कर रही है। अपराधी का कहना है कि नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के दोष दर्ज हैं और वो जेल जाने से बचने के लिए जजों पर लगाने की कोशिश कर रहे हैं। देश में भारी प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने कहा कि आज रात हमने कुछ बहुत ही कठिन दृश्य देखे। मैं प्रधानमंत्री, सरकार और गठबंधन के सदस्यों की ओर रुख कर रहा हूं। भावनाएँ कठिन और दुःखदायी होती हैं। लोगों में गहरी चिंता व्याप्त है। सुरक्षा, उद्योग, समाज – सब कुछ खतरों में है।

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