
आश्रम फ्लाईओवर
सड़क के निर्माण के लिए रविवार से खुले मैदान के ऊपर 45 दिनों तक बंद रहने से दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली से आने-जाने वाले यातायात पर असर पड़ेगा। पुलिस ने लोगों को केवल निर्दिष्ट स्थानों पर ही वाहन पार्क करने और डरने, रेलवे यात्रियों या हवाईअड्डों तक पहुंचने के लिए यात्रा की योजना से पहले सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इस कदम से अजरा चौक, डीएनडी फ्लाईओवर, मुथ रोड और नोएडा से जाने वाले कैरिजवे के दोनों तरफ आउटर रिंग रोड से आने-जाने वाले ट्रैफिक की संभावना प्रभावित होती है। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि इस अवधि के दौरान रिंग रोड के नीचे फ्लाईओवर के दोनों कैरिजवे चलते रहेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने एक आरोप में कहा, ”एक जनवरी से अजनबी फ्लाईओवर और नए डीएनडी फ्लाईओवर के बीच संपर्क सड़क बनने के कारण सदमे के ऊपर दोनों कैरिजवे बंद हो जाएंगे।”
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद लोग काफी हद तक पसंद करेंगे
इस परियोजना के पूरा होने के बाद लोगों को आवागमन के लिए पर्याप्त सुविधा मिल जाएगी। इस परियोजना का निर्माण 128.25 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। इसमें 1.42 किलोमीटर लंबा छह लेन का फ्लीओवर बन रहा है। उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा आराम होगा जो मूलचंद फ्लीओवर से नोएडा के रजनीगंधा चौक वाले रास्ते से आते-जाते हैं। मतलब मूलचंद फ्लाइओवर से नोएडा के रजनीगंधा चौक तक 9 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच सिंगल-फ्री हो जाएगा। वहीं किलोकरी से बस 100 मीटर दूर यू-टर्न लेकर रोड क्रॉस कर सदस्यता लें। और तो और नोएडा, आईटीओ और गाजियाबाद जाने के लिए जो यू-टर्न महारानी बाग से सराय काले खां के बीच एक किलोमीटर की दूरी पर मिलता है, अब वह दूरी आपके लिए कम हो जाएगी।
क्या-क्या विस्फ़ोटक होंगे
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि दुर्घटना ग्रस्त लोगों में सबसे ज्यादा ज्यादा चलने वाले रास्ते हैं और पीक ऑवर्स में तो हमेशा ही जैम रहता है। ऐसे में जब यह फ्लाईओवर बंद हो जाएगा तो ट्रैफिक का सारा दबाव बारापूला फ्लाइनओवर, कालिंदी कुंज, मुथ रोड और आईटीओ पर जाएगा। इस रास्ते से सभी भारी वाहन संपर्क हैं। डीटीसी बसों से तो यह रास्ता रहता है। जब नोट्री हटाई जाती है तो ट्रक भी इसी तरह से संचार करते हैं। लोगों को 45 दिन की यह परेशानी बहुत रुलाने वाली है। ऐसे में कई लोग रोडवे से निकलकर मेट्रो में यात्रा नहीं कर पाते हैं। इससे मेट्रो में भी काफी भीड़ होगी।
कैसे ट्रैफिक पुलिस
दिल्ली जैसी जगह जहां पर पहले से ही यहां पर इस शहर की क्षमता से ज्यादा लोग रहते हैं। तो हर जगह जाम लगना तो बहुत ही नॉर्मल सी बात है। ऐसे में आस-पास के जालों पर बंद होने से ट्रैफिक पुलिस के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती है। ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि वे संपर्क एजेंसी से संपर्क कर रहे हैं। ट्रैफ़िक फ़्लो को आसान बनाने के लिए हर कदम पर चर्चा हो रही है। वहीं लोगों को फिसलन वाली सड़कों से बने रहने की अनुमती बनी रहेगी। हालांकि दिल्ली सरकार ने यही साल पुराना चौक पर अंडरपास पूरा किया है। ट्रैफिक पुलिस ने अजीब फ्लिओवर के दोनों तरफ तैरने की री-कारपेटिंग का सुझाव दिया है, जो काफी महत्वपूर्ण स्मूड हो सकता है। इसके अलावा कुछ और उपायों पर भी ट्रैफिक पुलिस सोच रही है।













