Una जांजगीर चांपा: आजकल लोगों को एक छत्तीसगढ़ी गीत मोर महुआ के फूल काफी पसंद आ रहा है यह गीत जन जन की जुबान पर है , यह गीत डॉक्टर रामायण बरेठ द्वारा लिखा एवम् निर्देशित किया गया है जो कि पेशे से एक टीचर है, रामायण जी ग्राम नवापारा करतला के रहने वाले हैं इनकी रुचि बचपन से ही संगीत में थी , उन्होंने शिक्षा के साथ ही संगीत को भी आगे बढ़ाया, कोरबा और जांजगीर चांपा के आस पास कई छोटे छोटे मनमोहक प्रस्तुति दी है,आज उनका यह गीत बहुत ही कम समय में जन जन की जुबान पर है, इसका श्रेय वे अपने परिवार और साथी कलाकारों को देते हैं
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