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जाने क्यों होता है बगीचे में दर्द। जानिए गर्दन दर्द का कारण और उपचार।

गर्दन का दर्द (गर्दन का दर्द) सिर के नीचे, रीढ़ की हड्डी में या उसके आसपास दर्द होता है। इसे सर्वाइकलगिया (गर्भाशय ग्रीवा) भी कहा जाता है। गर्भाशय ग्रीवा स्पाइन (सर्वाइकल स्पाइन) के रूप में भी जाना जाता है। गर्दन का दर्द कई अलग-अलग लक्षणों और मेडिकल कंडीशन के कारण भी हो सकते हैं। यदि इसका इलाज नहीं किया गया है, तो दाढ़ी का दर्द या नेक पेन दैनिक क्षति में बाधा डाल सकता है। इससे लाइफ क्वालिटी भी प्रभावित हो सकती है। हालाँकि गर्दन के दर्द के मुख्य कारण गंभीर नहीं होते हैं। दर्द की दवा, सिरदर्द और तनाव प्रबंधन (तनाव प्रबंधन) से इसे (गर्दन का दर्द) ठीक किया जा सकता है।


गर्दन में दर्द के कारण क्या हो सकते हैं (गर्दन में दर्द के कारण)

दिल्ली के वेलनेस सेंटर के फाउंडर और फिटनेस लैब्स के मुताबिक, खराब उम्र, बढ़ती उम्र, शारीरिक तनाव, मानसिक तनाव, कमर दर्द पर भी सिरदर्द हो सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डी का द्रव्यमान घटने, ट्यूमर, सीस्ट के साथ-साथ गर्दन के ढांचे पर दबाव बढ़ने पर भी गर्दन में दर्द हो सकता है। कुछ गंभीर स्वास्थ्य संबंधी खतरे जैसे कि मेनिनजाइटिस, रुमेटीइड अर्थराइटिस और कैंसर के कारण भी सिरदर्द हो सकता है।

गर्दन के दर्द से राहत पाने के उपाय (गर्दन के दर्द का इलाज)

1 हॉट थेरेपी (हॉट थेरेपी)

नेक पेन होने पर गर्म स्नान करें। गर्दन दर्द वाली जगह पर हर कुछ घंटों में 15 मिनट के लिए गर्म या छिपकली पैड रखें। पैड को सबसे कम सेटिंग पर रखें। हीट मसल्स को ताजा करता है। यह ब्लड फ़्लो को बढ़ावा देता है।

2 कोल्ड थेरेपी (कोल्ड थेरेपी)

हर कुछ घंटे में 15 मिनट के लिए कोल्ड पैक होल्डन पर रखें। तौलिए में लपेटा हुआ आइस क्यूब भी रखा जा सकता है। ठंड ब्लड वेसल्स कोइन्स कर देता है। इससे जलन और सूजन कम हो जाती है। चोट के तुरंत बाद गर्मी के बजाय ठंडक का प्रयोग करें।


3 व्यायाम(व्यायाम)

फ़ास्ट प्रोवाइडर की सलाह पर नेक टारगेट करें। अगर आपके माथे पर गंभीर चोट है या नाक पर दबाव है, तो व्यायाम करने का प्रयास न करें।

4 तनाव कम करें (Reduce Stress)

मन की शांति, ध्यान, सांस लेने के व्यायाम और योग शरीर में तनाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं। ये मुखिया दर्द से भी राहत पा सकते हैं।

5 दर्द निवारक दवा (दवा)

दिल्ली के वेलनेस सेंटर के फाउंडर और फिटनेस सुपरस्टार राजेश कुमार के अनुसार, डॉक्टर की सलाह पर दर्द निवारक दवाएं भी ली जा सकती हैं। गर्दन के दर्द और सूजन को कम करने के लिए नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा ली जा सकती है। गर्दन के दर्द को ठीक करने में मदद करने वाली औषधि, गर्दन के दर्द को ठीक करने के लिए सलाह को आराम देने वाली सलाह हो सकती है।

पेगार्डन के दर्द और सूजन को कम करने के लिए नॉनस्टेर बाइटरील एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा ली जा सकती है। चित्र: शटरस्टॉक

6 थेरेपी थेरेपी (फिजिकल थेरेपी)

व्यायाम और प्रशिक्षण को सीखने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट या फिटनेस ट्रेनर की मदद ली जा सकती है। इससे जुड़ी संरचनाएं और टेंडन मजबूत होते हैं और संरचना में सुधार होता है। पिरीन के एक्सटेंसर का व्यायाम करें।


गर्दन के दर्द से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है (Prevention of गर्दन दर्द)

अच्छी मुद्रा का अभ्यास करें (अच्छी मुद्रा) : कंप्यूटर और फोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सही स्थिति में रखें। इनका उपयोग समय सीमा को झुकाना या तनाव न उठाना पड़े। पीठ समय कंधे एक सीध में और पीठ सीधा सीधा, ताकि गर्दन पर दबाव न पड़े। यात्रा के दौरान भी पोश्चर का ध्यान रखें।

1 नींद में सोने की मुद्रा (Sleeping Posture)

दिल्ली के वेलनेस सेंटर के संस्थापक और फिटनेस लैब्स राजेश कुमार के अनुसार, अच्छी मुद्रा के साथ नींद लें। अगर पीठ या बाजू के बल सोती हैं, तो सिर को सहारा देने के लिए उपयोग करें, ताकि सिर और अमीर शरीर के बाकी हिस्सों के साथ एक सीध में रहें। यदि पृष्णि के बल सोती हैं, तो पिरूनी के पिंजरा भागों से अतिरिक्त दबाव हटाने के लिए अनिद्रा के लिए नीचे एक तकिया लेख।।

2 सक्रिय रहो (सक्रिय रहो)

लंबे समय तक बैठने पर कभी-कभी ब्रेक भी लें। घूमें-फिरें और गर्दन की माला सहित पूरा शरीर बिखरा हुआ है। अनादि पर भारी वजन ना डायनासोर। फर्नीचर के बैग या सूटकेस जैसे भारी-भरकम मॉडल कंधे पर ले जाने से। इसके बजाय सुपरमार्केट वाले सामान या बैग का उपयोग करने पर विचार करें।।


लंबे समय तक बैठने पर कभी-कभी ब्रेक भी लें। घूमें-फिरें और गर्दन की माला सहित पूरा शरीर बिखरा हुआ है। चित्र: अडोबी स्टॉक

3 सबसे बड़ी उम्र के दिग्गज

आयु वृद्धि के साथ ऊपरी हिस्से की ताकत कम होना सामान्य है। परिणामस्वरूप कंधे आगे की ओर झुकते हैं। आपके सिर की हड्डी की हड्डी सामने की स्थिति में आगे की ओर झुकी हुई होती है। यह स्थिति गर्दन और पीठ के ऊपरी हिस्से पर अतिरिक्त दबाव डालती है। इसमें व्यायाम करने में मदद मिल सकती है।

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