लेटेस्ट न्यूज़

अंग्रेजों से मिली आजादी की लड़ाई, फिल्मों में बने चंठ लाला-निर्दयी सेठ, चंद्रशेखर दुबे को जानते हैं आप?

मुंबई। साल 1974 में आई सुपरहिट फिल्म ‘रोटी झूठ और घर’ में यह तय चटर्जी (मौसमी चटर्जी) के साथ रहने वाले लाला यानी चंद्रशेखर दुबे को क्या आप पहचानते हैं? चंद्रशेखर दुबे ने अपनी लगभग हर फिल्म में लगभग इसी तरह की भूमिका निभाई है। वह फिल्मों में चतुराई, चालाकी और निर्मलता से चरित्र-चित्रण करती हैं। साल 1975 में आई फिल्म ‘जिंदा दिल’ में उनका डायलॉग काफी लोकप्रिय हुआ था। उनका डायलॉग- ‘ढक्कन खोल कर’ उस दौर में लोगों को खूब पसंद आया था। चंद्रशेखर ने 1950 के दशक में बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा और रोशन रोल प्ले किए।

चंद्रशेखर दुबे (चंद्रशेखर दुबे) को इंडस्ट्री में लोग प्यार से सीएस दुबे देश बोलते थे। चंद्रशेखर एक अभिनेता और सहायक निदेशक थे। आवाज़ अच्छी होने की वजह से वह रेडियो में भी काम करता था। उनका जन्म मध्य प्रदेश के कन्नौद में हुआ था। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उन्होंने साल 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया और अंग्रेजों का विरोध किया। इस दौरान उन्हें गिरफ्तार भी किया गया। वक्ता सीएस दुबे 18 साल के थे।

जब भारत आजाद हो गया था, तो उन पर घर की जिम्मेदारी आई। उन्होंने मुंबई का रुख किया और काम ढूंढना शुरू किया। उन्हें बचपन से ही कलाकारों की चाहत थी। लेकिन मुंबई आकर वे कुछ काम करना चाहते थे, लेकिन मुंबई आने पर उनकी मुलाकात उसी दौर के मशहूर फिल्ममेकर अमिया चक्र से हुई। अमिया ने उन्हें पहले ऑफिस बॉय और फिर प्रोडक्शन मैनेजर और असिस्टेंट डायरेक्टर की नौकरी दी।

चंद्रशेखर दुबे ने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया

इसके बाद चंद्रशेखर दुबे ने साल 1955 में ‘पतिता’ और ‘सीमा’ फिल्मों में काम किया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। चंद्रशेखर रियल लाइफ में बिल्कुल साधारण और सज्जित पुरुष थे, लेकिन उन्हें रील में निर्दयी, खडूस, घमंडी जमींदार का किरदार मिला, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया। उन्होंने ‘तीसरी कसम’, ‘मौसम’, ‘छोटी सी बात’, ‘राम तेरी गंगा मैली’ सहित लगभग 200 शहरों में काम किया।

चंद्रशेखर दुबे रेडियो कार्यक्रमों को आवाज दी

चंद्रशेखर दुबे ने पवन महल, फौजी भाइयों और कई रेडियो नाटकों को अपनी आवाज दी और होस्टिंग की। उनके बेटे और एक बेटी हैं। चंद्रशेखर दुबे ने अपने जीवन के आखिरी दिनों तक फिल्मों में काम किया। 28 सितंबर 1993 को उनका निधन हो गया।

टैग: बॉलीवुड नेवस

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page