
दिलीप पांडेय का बीजेपी पर हमला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी और आम आमदी पार्टी के बीच जारी सियासी घमासान को लेकर सत्ताधारी पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि बीजेपी लगातार सिंगल पॉइंट पर काम कर रही है। देश की सबसे बड़ी पार्टी का एक ही मकसद है। चाहे जैसे भी हों आम आदमी पार्टी के मंत्री और नेताओं को जेल में डालें और अतिरिक्त मिनट मत दो।
आप नेता दिलीप पांडने का दावा है कि दिल्ली आबकारी शिकायत मामले में बीजेपी नेताओं ने 10,000 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया था। इसके उलट भ्रम है कि भाजपा और उनकी सीबीआई एक रुपये की बरामदगी भी कहीं से नहीं पाई है। किसी भी मामले में आपका फर्जीवाड़ा फर्जी साबित होने में विफल रहता है। भाजपा का येन केन प्रकार @msisodia को जेल में रखने की है। मनीष सिसोदिया को जिस दिन जमानत देना था उसी दिन प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जिस दिन जमानत का ऐलान होता है, उसी दिन सीबीआई का वकील गायब हो जाता है।
अभी तक जांच एजेंसियां नहीं पाईं 1 रुपए बरमाद
दरअसल, दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आठ घंटे की पूछताछ के बाद 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। सीबीआइ का दावा है कि दिल्ली लिकर घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया की अहम भूमिका है। मनीष सिसोदिया सात दिनों तक सीबीआई के रिमांड में रहे। वहीं, दिल्ली के रौज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 2. मार्च तक के लिए इल्जाम जमा में भेज दिया। वहीं दिल्ली उच्च न्यायालय में सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई जारी है। दूसरी तरफ बीजेपी नेता दिल्ली की आप सरकार पर 10,000 रुपए के घोटाले का आरोप लगातार लगा रही है।
अहम बात यह है कि घोटाले को लेकर कोई आधिकारिक दस्तावेज सामने नहीं आया है। इतना ही नहीं, बीजेपी के नेता इस बात का भी दावा कर रहे हैं कि दिल्ली आबकारी मामले में अब सीएम अरविंद केजरीवाल की नजरबंदी तय है। अभी मनीष सिसोदिया इस मामले में ईडी की रिमांड में हैं। दूसरी तरफ आप दावा करते हैं कि अगर 10 हजार करोड़ का घोटाला हुआ तो एक रुपया भी कहीं से नहीं बचा है।
यह भी पढ़ें: जापानी महिला होली: जापानी महिला ने बताया Twitter पर होली का वीडियो डालने के पीछे का मकसद, कहा- मैं चिंता नहीं…



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें