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बागेश्वर धाम वाले धीरे-धीरे कृष्ण शास्त्री लगातार पढ़ने वाले बने हैं। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करने वाले धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री ने कहा है कि उन्हें मुस्लिमों ने रामकथा के लिए आमंत्रित किया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। शास्त्री ने जबलपुर में अपनी कहानी के दौरान कहा कि कटनी के उनके मुस्लिम भक्त तनवीर खान ने रामकथा सुनने की इच्छा प्रकट की थी। कथा के दौरान धीरे-धीरे जाने वाले कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यदि वह 4-5 साल तक जीवित रहे तो दूसरे धर्म के लोग भी हरि-हरि होंगे।
अपने बयानों और चमत्कारों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले धीरे-धीरे चंद्र कृष्ण शास्त्री ने मुस्लिम कथा सुनाने की चर्चा करते हुए कहा, ‘इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, हमारे प्रिय भक्त और शिष्य मुस्लिम समाज के तनवीर खान जी कटनी में पूरा मुस्लिम समाज तीन दिनों की हमारी कथा रचना। उसे सब तनु कहते हैं, आया भी है। ये वहां के मुस्लिम समाज के अध्यक्ष भी हैं। उनसे कहा कि गुरुजी हमारी भी इच्छा है कि कथा हो जाए। तो मैंने कहा कि इसमें क्या बुराई है। तुम हूं समाज को बुलाओ। सब टोपियों को बुलाओ, आज एक होने दो। रामकथा में क्या परेशानी है।’
जबलपुर में ही इस कथा के दौरान धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री की कही बात पर चर्चा हो रही है। उन्होंने मंच से कहा, ‘हम भारत में चाहते हैं कि पूजा के नाम पर, दरबार के नाम पर, धामों के नाम पर, भगवान के नाम पर जो धंधा चलता है, उन्हें नहीं चलेगा। यह हमारा विश्वास है। तुम चिंता मत करो सिर्फ 4-5 साल का समय दो, हम जिंदा हैं तो दूसरे धर्म वाले भी हरि-हरि बोलेंगे। हमने कहा हरि-हरि बोलेंगे। हम बुलवाकर करेंगे।’