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डिटेल रिव्यू: ‘मी टाइम’ कॉमेडी में कुछ ज्ञान की बातें भी हैं

विस्तृत समीक्षा: समय का चक्र विचित्र होता है। हिंदुस्तान में तो ऐसा कुछ होता है जहां शादी के बाद महिला नौकरी करके घर का खर्चा चलाती हो और पति एक हाउस हसबैंड यानि घर पर नौकरी वाला पति हो। इस स्थिति में पति और पत्नी के रोल बदले जा रहे हैं लेकिन पुरुष को सत्या सुपरमार्केट की बचपन की ट्रेनिंग दी जाती है तो वो आपको कहीं भी कमतर समझ में आता है और जीवन पर शक भी करता है। उसे अपने सफल जीवन के काम करने से तो परेशानी नहीं है लेकिन घर का काम उसे छोटा लगता है।

एक अजीब सा सेंट्रास उसके अंदर समा जाता है और वो मन ही मन कोशिश करता है कि किसी भी तरह की कोई सहज पकड़ आ जाए तो मैं उस पर रोब पेट लूं। वैसे भी इस तरह का रिश्ता कम ही लोग समझते हैं, स्वीकार करना तो बहुत दूर की बात है. हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म “मी टाइम” में एक विचित्र अजीब मिज़ाज कॉमेडी है जिसमें एक दोस्त की कहानी दिखाई गई है और साथ में उस हाउस हसबैंड की खुद को टाइम डिलीवरी की बेटुकी माँग को भी मज़ेदार के रूप में दिखाया गया है।

निर्देशक जॉन हैम्बर्ग काफी समय से हॉलीवुड में बर्बाद चल रहे हैं। मी टाइम की कहानी भी उन्होंने ही लिखी है. मीट द पेरेंट्स, मीट द फोकर्स और लिल फोकर्स जैसी कैमली कॉमेडी फिल्में उन्होंने लिखीं और उनके द्वारा निर्देशित फिल्में जैसे अलोंग केम पॉली और आय लव यू मैन काफी सफल रही हैं। बड़े दोस्तों के बीच वाली कॉमेडी की ज़रिया जॉन ने इस फिल्म में कुछ छोटे-छोटे, लेकिन अहम संदेश भी छोड़े हैं।

केविन हार्ट एक हाउस हसबैंड हैं जो अपने घर और बच्चों की बेहतरीन तरीके से देखभाल करते हैं। उनकी पत्नी रेजिना हॉल एक सफल इंजीनियर हैं। बच्चों के स्कूल में केविन और बच्चों के पिता उनसे मिलते हैं और उनकी जिंदगी को देख कर प्यार करते हैं। केविन भी चाहता है कि वह घर परिवार की जिम्मेदारियों से कुछ समय की छुट्टियों के लिए मिले और अपने एक पुराने दोस्त मार्क वॉल्बर्ग के 44 वें जन्मदिन के किनारे एक सुनसान इलाके में जाए। पहले तो केविन अपने दोस्त की लाइफस्टाइल देख कर बहुत जलता था लेकिन धीरे-धीरे उसे असलीयत का पता चला। अपनी पत्नी से जलता हुआ केविन को उम्मीद है कि उसकी पत्नी का उसके बॉस के साथ संबंध खत्म हो जाएगा लेकिन जब शैतान से रिश्ता टूट जाता है तो केविन के सिद्धांतों की जमीन खिसक जाती है।

मी टाइम देखने की कुछ वजहें हैं – केविन हार्ट का अभिनय। केविन वैसे तो गायक, लेखक, निर्माता और निर्देशक भी हैं लेकिन उनकी कॉमिक टाइमिंग की वजह से उनके अभिनय को बहुत पसंद किया जाता है। छोटे छोटे रोल से शुरू कर केविन आज बड़े स्टार हैं जो अपने स्टैंड अप कॉमेडी के स्पेशल शो पर चर्चा कर रहे हैं। बच्चों से अतिशय प्रेम करने वाले पिता के रूप में केविन सहज हैं और पत्नी की सफलता से धमाल की तलाश में केविन बड़ी ही आसानी से कॉमेडी भी पेश करते हैं। उनके दोस्त मार्क व्हाल्बर्ग तो लाजवाब अभिनेता ही हैं। मार्क ने एक पॉप सिंगर के तौर पर अपना करियर शुरू किया था लेकिन आज उन्हें सिर्फ एक बेहतरीन कॉमेडी नहीं बल्कि कई सोलो रोल्स भी याद हैं। हालाँकि मार्क का रोल इतना बड़ा नहीं है लेकिन कुछ बेफ़िक्रे के रोल में उनका रोल बड़ा चमत्कार है।

अपने खर्चों के लिए इसकी टोपी उसके सर करने वाले किरदार को अंत में एक अच्छे और सभ्य नौकरीपेशा व्यक्ति की तरह देखने का अपना अलग अंदाज है। रेजिना हॉल का किरदार बहुत छोटा है लेकिन कहानी में महत्वपूर्ण है। बाकी कलाकार छोटे हैं, अपनी-अपनी जगह पर फिट बैठे हैं। मांडो के किरदार में मेक्सिको के मशहूर कलाकार लुइज़ जेरार्डो मेंडेज़, कैसल के प्रति अपना स्नेह शो वाले एक प्यारे मोटिवेशनल कलाकार और पर्यावरण प्रेमी के रूप में नजर आते हैं।

मेरा समय बेहतर हो सकता है लेकिन अच्छा है कि फिल्म में एक दो कहानियों को छोड़ कोई काल्पनिक घटना नहीं है। मार्क व्हाल्बर्ग द्वारा अरमांडो के जूतों में से सारे लेफ्ट पैर के जूते चोरी करना एक नया प्रयोग है। फिल्म छोटी है और सब कुछ परिस्थितिजन्य है इसलिए इसे दिमाग लगा कर न देखें। इसे एक पूरी तरह से कॉमेडी फिल्म समझें और फिर आनंद लेवें को देखें। वैसे भी कभी-कभी ऐसी फिल्में देखना दिमाग के लिए अच्छा हो जाता है।

विस्तृत रेटिंग

कहानी:
स्क्रिनप्ल:
डायरेक्शन:
संगीत:

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