टारगेट किलिंग पर दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा: देश की राजधानी दिल्ली में रिपब्लिक डे की तैयारियों के बीच दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दो संदिग्ध निगरानी की गिरफ्तारी के बाद अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है. गिरफ्तारी से मिली सूचना और अन्य गोपनीय सूचनाओं के आधार पर दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (आईएसआई), लश्यकर ए तैयबा, हरकत उल अंसार और खालिस्तानी संगठन अपने गुर्गों के माध्यम से दिल्ली में लक्षित किलिंग (दिल्ली टारगेट किलिंग) ) की बड़ी घटना को अंजाम देना चाहते थे।
दिल्ली पुलिस सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक जहांगीरपुरी से गिरफ्तार दो हिस्से नौशाद और जगजीत को करार पूरे करने पर करोड़ों रुपये मिलने वाले थे। दोनों को दिल्ली में तय किलिंग (टारगेट किलिंग) की घटना को अंजाम देने को कहा गया था। दोनों आईएसआई और लश्कर से जुड़े हुए हैंडलर के संपर्क में थे। दोनों से हिंदूवादी नेताओं की हत्या कर देश में माहौल खराब करने को कहा गया था।
बजरंग दल, बीजेपी और कांग्रेस के नेता निशाने पर थे
टेडर योजना के तहत स्थायी निशाने पर बजरंग दल (बजरंग दल), बीजेपी (शिवसेना) और कांग्रेस (कांग्रेस) के नेता थे। वर्किंग ने तीन नेताओं में से दो की रेकी भी कर ली थी। इसलिए ही नहीं, ये भी तय कर लिया था कि जब फैसला सुनाया जाए तो अंजाम देना है। दिल्ली पुलिस के माने तो दोनों ने 27 और 31 जनवरी को इस घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी। ग्लोबली असंबद्ध को पूरा करने के लिए आपरेटिंग के माध्यम से विवरण को पूरा करने के लिए दोनों को पांच लाख रुपये भी मिल गए थे।
अनन्य किलिंग को अंजाम देना था मकसद
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने कुछ दिनों पहले हरकल उल अंसार से जुड़े नौशाद और खालिस्तानी टाइगर फोर्स से जुड़े जगजीत को जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किया था। दोनों की सूचना पर पुलिस ने शनिवार को पूरे इलाके में भलस्वा की घटना को अंजाम दिया था। दो हैंड ग्रेनेड, पिस्टल और गालियां के दौरान बरामद किया गया था। दाग के कमरे से खून के धब्बे भी मिले थे। इसके बाद प्रत्यक्ष होने की आशंका पर दिल्ली पुलिस ने जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने एक शख्स की हत्या की बात कबूल की। सूचना के आधार पर कई लोगों के साथ लाश को पुलिस ने भलस्वा नाले से बरामद किया। उसके बाद दे देश की राजधानी में हड़कंप की स्थिति है। इस मामले में जांच आगे बढ़ने पर पुलिस ने दावा किया है कि संदिग्ध लगने वाली दिल्ली में दी किलिंग के तहत हिंदूवादी नेताओं की हत्या जैसा कुछ करना चाहते थे।