दिल्ली पुलिस ने शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में स्थित दिल्ली सरकार के एक स्कूल के गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ (आई लव मनीष सिसोदिया) का बैनर स्थिति जाने के मामले में स्टेट दर्ज की है।
स्थानीय निवासियों ने कल सुबह बैनर विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज की। शिकायत स्थानीय निवासी दिवाकर पांडेय ने की थी, जिसके लिए दिल्ली ने शास्त्री पार्क थाने में पुलिस दिल्ली संपत्ति विकृति अधिनियम की धारा 3 के मामले में मामला दर्ज किया है।
प्रिंसिपल को हटाने की मांग
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के कॉर्डिनेटर गजाला ने स्कूल के प्रिंसिपल के साथ मिलकर स्कूल के गेट पर बैनर लगवा दिया। स्थिति में एसएमसी कॉर्डिनेटर गजाला और प्रमुख गीता रानी पर अभियान चलाना और इस उद्देश्य के लिए स्कूल का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। शिकायत ने दशकों के प्रभाव से पुलिस कार्रवाई की मांग की है और स्कूल के प्रिंसिपल को हटाने की मांग की है।
स्टेट के अनुसार, शुक्रवार सुबह एसएमसी कॉर्डिनेटर गजाला ने शास्त्री पार्क में सर्वोदय कन्या विद्यालय के प्रमुख के साथ मिलकर स्कूल के मेन गेट पर कुछ माह की व्यवस्था करने के लिए छात्राओं से कहा और गेट पर सिसोदिया का एक बड़ा पोस्टर चिपका दिया।
दिल्ली सार्वजनिक संपत्ति हड़पना अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज
पुलिस ने आरोप लगाया कि गजाला के दिल्ली में सार्वजनिक संपत्ति विकृति अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्थिति में कहा गया है कि प्रिंसिपल स्कूल के खर्चे हैं और वे अधेड़ हो जाते हैं।
अभिनेता दिवाकर पांडेय ने कहा, ”3 मार्च को सुबह 8:30 बजे के करीब आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे शिकायत कर रहे थे। सबसे पहले उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली और उन्हें बाहर लाकर उस पर चढ़ गए और गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ का पोस्टर लगाने लगे, जिन पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति दूर रखें ।”
पांडेय ने कहा, “हमने उनसे पूछा कि क्या उनके पास अनुमति है। उन्होंने विधायक अब्दुल रहमान से संबंधित होने का दावा किया। इसके बाद एक व्यक्ति विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि उन्होंने क्या अनुमति दी है और विधायक ने हां में दिया जवाब। हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहे हैं। इसलिए किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का उपयोग करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है।”
विरोध के बाद बैनर हटा दिए गए
शिकायतकर्ता ने बताया कि लोगों के विरोध करने पर पोस्टर हटा दिया गया। उन्होंने कहा, “समस्या यह बच्चे हैं कि से ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ लिख रहे हैं। हमारी संस्कृति इन सभी चीजों की अनुमति नहीं देती है।”
उन्होंने कहा, “वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने प्रिंसिपल से पूछा, लेकिन वह मामले की ग्रेट्रेट्स को अपरिचितों में उलझा रहे हैं, जिसके बाद मैंने शिकायत दर्ज की। पुलिस ने नाम लेते हुए मामला दर्ज किया और नष्ट कर दिया। क्या दोषियों को सम्मानित किया जाएगा।”
आरोपी है कि शिक्षा समेत दिल्ली सरकार में 18 अटकी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं सिसोदिया को आरोपी शराब घोटाले की स्थिति में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। इस शराब नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया था।