नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव के बाद आज मेयर का चुनाव होने जा रहा है। इसके साथ-साथ डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्य भी फिर जाएंगे। मेयर चुनाव के लिए सुबह 11 बजे से वोटिंग शुरू होगी। मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की शैली ओबरॉय और बीजेपी की लाइन गुप्ता के बीच मुकाबला है। डिप्टी मेयर के लिए आप के आले मोहम्मद इकबाल और डांसर के बीच टक्कर मार रहे हैं। वहीं, आपको बता दें कि चुनाव को लेकर केजरीवाल सरकार का उपराज्यपाल के साथ विवाद भी हो गया है। सीएम केजरीवाल ने एलजी के फैसले के खिलाफ उन्हें चिट्ठी भी लिखा है।
मेयर चुनाव पर तक, जानें क्या है पूरा विवाद
दरअसल, एलजी विनय कुमार सक्सेना ने ब्रोकर सदस्य सत्या शर्मा को एमसीडी की पहली बैठक के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है। वे ही शेष सदस्य शपथ लेंगे और फिर वही मेयर पद की प्रक्रिया के दौरान स्थगन अधिकारी भी रहेंगे। इस फैसले पर माइक्रोफोन सरकार को ऐतराज है। सरकार अधिकृत करना चाहती थी कि ये जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी के किसी पार्षद मिले। इसके लिए आपने पार्षद गोयल का प्रस्ताव भी एलजी को भेजा था।
मेयर पद के उम्मीदवार, शैली बनाम रेखा
– आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय
– बीजेपी की लाइन गुप्ता के बीच मुकाबला
डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार
– आप के आले मोहम्मद इकबाल
-बीजेसी के कमल बागरी के बीच मुकाबला
मेयर चुनाव में कौन-कौन वोट करेगा?
- मेयर के चुनाव में 250 पार्षदों के अलावा दिल्ली विधानसभा के 14 विधायक भी वोट डालने के लिए मनोनीत किए जाते हैं।
- इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष ने आम आदमी पार्टी से 13 और भाजपा के एक विधायक का व्यवहार किया।
- दिल्ली से बीजेपी के सभी 7 बजे सांसद और आम आदमी पार्टी के सभी 3 राज्यों के सांसद भी वोट डालेंगे।
- यानी मेयर के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में कुल 274 मेंबर होंगे।
दिल्ली एमसीडी में आप की ऐतिहासिक जीत
दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के 15 साल में सत्ता पर काबिज जीत दर्ज की थी। 250 सदस्य एमसीडी में आम आदमी पार्टी की जहां 134 जीप पर जीत हुई थी वहीं बीजेपी को 104 सीट ही मिली थी जबकि कांग्रेस को 9 और अन्य को 3 सीट मिली थी। कांग्रेस ने मेयर चुनाव से दूर बनाने का ऐलान किया है यानी आज के मेयर पद के चुनाव में 274 निर्वाचक मंडल के मेंबर्स में आम आदमी के कुल 150 मेंबर्स होंगे।
एमसीडी के मेयर की जंग
कुल निर्वाचक- 274
बहुमत- 138
आप की ताकतें
काउंसलर – 134
विधायक- 13
राज्यसभा सांसद 3
कुल- 150 सदस्य
यानी आम आदमी पार्टी के पास बहुमत से 12 निर्वाचक सदस्य ज्यादा हैं बावजूद इसके बीजेपी जीत का दावा कर रही है जिससे आम आदमी पार्टी की चिंता बढ़ गई है। ये चिंता इसलिए है क्योंकि इस नगर निगम के मेयर के चुनाव में दल-बदल कानून लागू नहीं होता है और आम आदमी पार्टी को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है।